पालतू पशु का शिकार करने वाले बाघ को जहर देकर मारा
डिजिटल डेस्क, भंडारा। पांच दिन पहले कोका अभयारण्य में मृत मिले टी 13 बाघ मामले में वन्यजीव विभाग की जांच में नया चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। बाघ ने पालतु पशुओं का शिकार किया तो पशुपालक ने मृत पशु के शव पर जहर छिड़ककर बाघ को मार दिया। इस प्रकरण में बाघ के नाखुन, रीड़ व पैरों की हड्डी समेत वन विभाग ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। यह सभी आरोपी लाखनी तहसील के है। आरोपियों में लाखनी तहसील के परसोड़ी निवासी नरेश गुलाबराव बिसने (54), मोरेश्वर सेगो शेंदरे (65) तथा सालेभाटा परिसर के खुर्शीपार निवासी वशिष्ठ गोपाल बघेले (59) का समावेश है। कुछ दिन पहले कोका अभयारण्य के टी 13 नर बाघ ने परसोडी गांव के पशुपालक नरेश बिसने तथा मोरेश्वर शेंदरे के पशुओं का शिकार कर मार डाला था। इससे आहत नरेश व मोरेश्वर ने बाघ को मारने का षड़यंत्र रचा। उन्होंने बाघ द्वारा मारे गए पशु पर जहर छिड़क दिया। जब बाघ दोबारा शिकार खाने के लिए पहंुचा तो मांस में मिला जहर भी उसके पेट में गया। उसे विषबाधा होने लगी। पानी की तलाश में वह कोका अभयारण्य के कटांग नाला परिसर में पहंुचा और पानी पीते- पीते ही उसने दम तोड़ दिया। जब बाघ मर गया इसकी पुष्टी हुई तो आरोपी वहां पहुचे और उसके अंग लेकर गायब कर दिए। इन सबमें खुर्शीपार निवासी वशिष्ठ गोपाल बघेले भी शामिल रहा। जांच के दौरान वन्यजीव विभाग ने उसे गुरुवार,30 मार्च को कब्जे में लिया। अब तक आरोपियों के पास से बाघ के सात नाखुन, बाघ की रीड़ व पैरों की हड्डी जब्त की गई है। इन आरोपियों को लाखनी न्यायादंडाधिकारी न्यायालय के सामने प्रस्तुत किया गया। इस प्रकरण में नवेगांव – नागझिरा व्याघ्र आरक्षित क्षेत्र के उपवनसंरक्षक तथा क्षेत्र संचालक जयरामेगौडा आर, नवेगांव – नागझिरा व्याघ्र आरक्षित क्षेत्र साकोली के उपसंचालक पवन जेफ, सहायक नवसंरक्षक रोशन पी. राठोड के मार्गदर्शन में उड़नदस्ता दल के वन परिक्षेत्र अधिकारी संजय मेंढे व कोका वन्यजीव अभयारण्य के अधिकारी कर्मचारियों ने जांच की।
Created On :   1 April 2023 6:45 PM IST