नागपुर फारेस्ट रेंज में घूम रहा खूंखार बाघ, लोगों की उड़ी नींद

tiger movment in nagpur forest range, Panic of fear in 6 village
नागपुर फारेस्ट रेंज में घूम रहा खूंखार बाघ, लोगों की उड़ी नींद
नागपुर फारेस्ट रेंज में घूम रहा खूंखार बाघ, लोगों की उड़ी नींद

सचिन मोखारकर , नागपुर।  नागपुर फारेस्ट रेंज के आसपास रहने वाले और इस विभाग में काम करने वालों की रातों की नींद और दिन का चैन इन दिनों उड़ गया है। बाघ की दहशत में पांच गांवों के लोग जी रहे  हैं। कभी भी किसी के भी शिकार होने का भय बना हुआ है। वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी बाघ को ट्रैप करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सफल नहीं हो पा रहे हैं। एहतियातन गुमगांव, दाताड़ा, कोतेवाड़ा, वड़गांव, मैनखाता आदि गांवों में रहने वालों को वन विभाग की ओर से सतर्क रहने की सूचना दी गई है। रात में घर से बाहर न निकलना, खेती में झुंड के साथ जाना, जैसी सावधानियां बरतने को कहा गया है। रोजाना आरएफओ के नेतृत्व में 8 कर्मचारियों की टीम गश्त लगा रही है। हालांकि अब तक बाघ का कोई निशान नहीं मिल पाया है। 

आए दिन मवेशी हो रहे शिकार 
बुट्टीबोरी के पास उक्त पांचों गांव हैं और ये जंगल से लगे हुए हैं। इनमें से प्रत्येक गांव में लगभग 500 लोग रहते हैं। हाल ही में हिंसक जानवर द्वारा दो बैलों का शिकार कुछ ही दिनों के अंतर पर हुआ तो हड़कंप मच गया। वन अधिकारियों ने भी माना कि बैल का शिकार बाघ के अलावा दूसरा कोई छोटा जानवर नहीं कर सकता है। ऐसे में उन्होंने संबंधित गांवों के निवासियों को सूचना देकर गश्त लगाना शुरू किया। बताया गया कि रात के वक्त एक कर्मचारी ने घनी झाड़ियों में बाघ की झलक देखी थी। परिसर में बाघ के होने की पुष्टि होते ही उसे ढूंढने का अभियान शुरू हुआ, लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली। वन विभाग अब अनुमान लगा कर चल रहा है कि संभवत: बाघ यहां से आगे निकल गया होगा, लेकिन इसी बीच कोतेवाड़ा गांव में खेती के पास ही एक और मवेशी हिंसक जानवर का शिकार हुआ। 3 दिन पहले ही  हुई इस घटना ने परिसर में बाघ के होने की एक बार फिर पुष्टि कर दी है। वन विभाग की टीम उसे नजरबंद करने की फिराक में है, लेकिन सफलता नहीं मिली है।  

खोज अभियान जारी
गत एक माह में इन गांवों में 3 मवेशियों का शिकार हुआ है। इससे परिसर में बाघ के होने का अनुमान लगाया जा रहा है। एक कर्मचारी ने बाघ की झलक देखी भी थी। उसके बाद से ही गश्त लगाकर खोज अभियान जारी है। 
-आर.एम. घाडगे, वन परिक्षेत्र अधिकारी, वन विभाग बुटीबोरी, नागपुर

Created On :   25 March 2018 11:17 AM GMT

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