पिंकी,कटरीना या युवराज, किसने मचाया आतंक ? फारेस्ट की नाक में दम कर रखा है इस बाघ ने

Tiger Terror in the forest of Kondhali and Wardha in maharashtra
पिंकी,कटरीना या युवराज, किसने मचाया आतंक ? फारेस्ट की नाक में दम कर रखा है इस बाघ ने
पिंकी,कटरीना या युवराज, किसने मचाया आतंक ? फारेस्ट की नाक में दम कर रखा है इस बाघ ने

डिजिटल डेस्क,कोंढाली/नागपुर। पिंकी ,कटरीना या फिर युवराज आखिर इन तीनों में से कौन है जिसने कोंढाली और वर्धा के जंगल में आतंक मचा रखा है। फारेस्ट की टीम के हाथ बाघ लग नहीं रहा है और इधर गांव वालों की नींद उड़ी हुई है। माना जा रहा है कि  नागपुर जिले के कोंढाली वन परिक्षेत्र तथा वर्धा जिले के कारंजा वन परिक्षेत्र के चार गांवों में इन दिनों बाघ ‘युवराज’ हो सकता जिसने दहशत फैला रखा है। धानोली उपवन के नागझिरी वन सीमा क्षेत्र में धानोली में एक किसान के खेत में जंगली सुअरों के झुंड पर ‘युवराज’ ने हमला कर एक सुअर का शिकार करने से किसानों में खलबली मच गयी है। किसानों का कहना है कि इस बाघ ने सीमा से सटे धानोली, ऊंबरविहिरी, खापा, धोतीवाड़ा वनक्षेत्र में डेरा डाल रखा है। जानकारी के अनुसार  कोंढाली वन क्षेत्र के मासोद कामठी से सटे धानोली के किसान प्रवीण गांधी के खेत में 9 फरवरी को  सुबह 3-4 बजे के करीब जंगली सुअरों का समूह आया था। इसी दौरान ‘युवराज’ ने सुअरों के समूह पर हमला किया और एक सुअर का शिकार किया। इसके बाद ऊंबरविहिरी के समीप तालाब के किनारे प्रदीप दिवे के खेत के पास झाड़ियों में डेरा जमाकर बैठ गया है। कारंजा वन परिक्षेत्र अधिकारी वी.वी. तलनीकर के मार्गदर्शन में वन विभाग के अधिकारी तथा वनरक्षक ग्रामीणों को सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं। 

पिंकी, कटरीना या युवराज है, कह नहीं सकते 
घटनास्थल पर तैनात वन अधिकारी डी.पी. डेहनकर  ने बताया कि बाघ अपने प्राकृतिक अधिवास में है। यह वन क्षेत्र बोर अभयारण्य के बफर जोन में आता है। बाघ ने अभी तक किसी किसान अथवा मवेशी को नुकसान नहीं पहुंचाया है। यह बाघ युवराज है, पूछने पर वन अधिकारी ने कहा कि इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती कि यह पिंकी, कटरीना बाघिन है या बाघ ‘युवराज’। जबकि किसानों ने बताया कि शिकार के तरीके से यह ‘युवराज’ ही लगता है। बाघ को देखने के िलए जाने वालों को वन विभाग द्वारा कुछ दूरी पर ही रोका जा रहा है। वन जीव प्रेमी किशोर गांधी, प्रदीप दिवे, बी.के. तिवारी,  एन.वी. ठवले, ए.आर. गजबे, टी. कनिष्क ने वन तथा वनजीव संरक्षण विभाग को जन सहयोग कर शांति बनाए रखने की अपील की है। इस संदर्भ में पूछताछ करने पर फारेस्ट आफिसर एफ.आर.आजमी का कहना है कि मैं विभागीय बैठक में हूं। यह घटना कारंजा वन परिक्षेत्र की सीमा में आती है। 

Created On :   10 Feb 2018 8:44 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story