हावड़ा तक संभव नहीं, तो बिहार तक जाने की व्यवस्था करें : कोर्ट

Till Howrah is not possible, then arrange to go to Bihar: Court
हावड़ा तक संभव नहीं, तो बिहार तक जाने की व्यवस्था करें : कोर्ट
हावड़ा तक संभव नहीं, तो बिहार तक जाने की व्यवस्था करें : कोर्ट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ ने रेल विभाग को आदेश दिया है कि नागपुर से हावड़ा जाने को तैयार 300 मजदूरों को बिहार जाने वाली ट्रेन में बिठा कर रवाना करें। दरअसल, इन मजदूरों को सीधे हावड़ा ले जाने के लिए नागपुर से प्रस्तावित विशेष ट्रेन इसलिए रद्द करनी पड़ी, क्योंकि पश्चिम बंगाल में मौसम अच्छा नहीं है और एक बड़े चक्रवात का अंदेशा है। न्यायालयीन मित्र एड.देवेन चौहान ने हाईकोर्ट को यह बात बताई। उन्होंने बताया कि एक विशेष ट्रेन अमरावती से बिहार के लिए मंगलवार शाम को रवाना हो रही है। ऐसे में नागपुर में इंतजार कर रहे मजदूरों को इस ट्रेन से बिहार भेजा जाए, तो वे वहां से किसी प्रकार वे पश्चिम बंगाल जा सकते हैं। इस पर न्या.रोहित देव की खंडपीठ ने रेलवे को उसी ट्रेन में नागपुर में फंसे मजदूरों को भी ले जाने के आदेश दिए। इसके लिए मजदूरों की स्वास्थ्य जांच और जरूरी एहतियात बरतने को कहा गया है। मामले की अगली सुनवाई 26 मई को रखी गई है। उस समय पूरी जानकारी देनी होगी। 

जिला प्रशासन की तारीफ
 हाईकोर्ट में चली सुनवाई में जिला प्रशासन द्वारा प्रवासी मजदूरों की यात्रा के लिए किए गए विविध प्रयासों की जानकारी दी गई। इसमें यह भी पता चला कि नागपुर में यात्रा के बेहतर प्रबंधों के चलते दूर-दराज से प्रवासी मजदूर यहां आ रहे हैं, यहां से उन्हें उनके घरों तक वाहनों से रवाना किया जा रहा है। हाईकोर्ट ने इसके लिए जिला प्रबंधन की तारीफ की और प्रवासी मजदूरों के लिए शेल्टर होम का प्रबंध भी करने को कहा है। वहीं राज्य सरकार की विनती पर हाईकोर्ट ने उन्हें एसडीआरएफ फंड की रकम मजदूरों को राशन देने के लिए उपयोग करने की अनुमति दी। अब तक इस फंड से केवल भोजन पकाया जा सकता था। बता दें कि लॉकडाउन लागू होने के बाद नागपुर समेत देश के विविध क्षेत्रों में कार्यरत मजदूरों का कामकाज ठप हो गया। रोटी के लाले पड़ गए। घर लौटने के लिए परिवहन के सारे साधन भी बंद थे। वे पैदल ही अपने-अपने घरों को लौटने लगे। मजदूरों की परेशानी का जिक्र स्थानीय समाचार-पत्रों में प्रकाशित होने पर बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ ने स्वत: संज्ञान लेते हुए सू-मोटो जनहित याचिका दायर कर रखी है।

इसके पहले 10 विशेष ट्रेनों से 11, 797 प्रवासी श्रमिक नागपुर से भेजे गए
गत सप्ताह भर से चलाई जा रही श्रमिक ट्रेनों से केवल नागपुर स्टेशन से 11, 797 प्रवासी श्रमिक अपने गांवों की ओर निकले।  इनके लिए रेलवे ने नागपुर स्टेशन से कुल 10 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाईं। यह श्रमिक ट्रेनें नागपुर से लखनऊ, बरौनी, मुजफ्फरपुर, बलिया, दरभंगा, डॉल्टनगंज, मालदा आदि जगहों तक गईं।

सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए मजदूरों को इन ट्रेनों से भेजा गया।  अमरावती से चलकर मोतिहारी (बिहार) जाने वाली ट्रेन शाम 7 बजे नागपुर स्टेशन पहुंची। नागपुर स्टेशन से करीब 800 लोग सवार हुए, जिसमें श्रमिक, प्रवासी व्यापारी और विद्यार्थी भी शामिल थे। जाने वालों की जानकारी नोडल अॉफिसर की ओर से रेलवे को दी गई थी। 
 

Created On :   20 May 2020 6:46 AM GMT

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