ट्रैफिक क्लब से जुड़ेंगे थाने, स्पीड से वाहन चलाने वालों पर स्पीडगन से कसेंगे लगाम

Traffic Club will joint with police station in nagpur district
ट्रैफिक क्लब से जुड़ेंगे थाने, स्पीड से वाहन चलाने वालों पर स्पीडगन से कसेंगे लगाम
ट्रैफिक क्लब से जुड़ेंगे थाने, स्पीड से वाहन चलाने वालों पर स्पीडगन से कसेंगे लगाम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। स्पीड से वाहन चलाने वालों  पर अंकुश लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस कदम उठाने जा रही है।  उपराजधानी को दुर्घटना मुक्त करने की दिशा में अंधाधुंध गति से वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए स्पीडगन का अधिक से अधिक उपयोग किया जाएगा। शहर में अब ऑटो चालकों के खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई अभियान शुरू करेगी। बेतरतीब ढंग से सड़क पर खड़े ऑटो चालकों के खिलाफ चालान कार्रवाई की जाएगी। हालांकि यह कार्रवाई शुरू है, लेकिन इसमें गति लाई जाएगी। यातायात पुलिस ने नागपुर ट्रैफिक क्लब को प्रभावी बनाने के लिए इससे अधिक से अधिक नागरिकों को जोड़ने का कार्य कर रही है। शहर में 30 थाने हो गए हैं। अब हर थानांतर्गत यातायात पुलिस विभाग की ओर से एक बीट तैयार की गई है, इस बीट में एक बीट प्रभारी अधिकारी होगा। प्रत्येक बीट के लिए एक वाटसएप ग्रुप तैयार किया गया है। इस ग्रुप में जो नागरिक सहभागी होना चाहते हैं, वे पुलिस के वाटसएप नंबर 9011387100 या बीट प्रभारी अधिकारी के वाटसएप नंबर पर अपना नाम, पता भेजकर ट्रैफिक क्लब के सदस्य बन सकते हैं। 

वाट्सअप ग्रुप पर दी जा सकेगी जानकारी
यह जानकारी यातायात पुलिस विभाग के उपायुक्त एस. चैतन्य ने  पुलिस आयुक्तालय में आयोजित पत्र परिषद में दी। उन्होंने बताया कि सदस्य बनने के बाद नागरिक अपनी यातायात समस्या के विषय में वाटसएप ग्रुप   पर जानकारी दे सकेंगे। उसके बाद यातायात बीट अधिकारी उनकी ट्रैफिक समस्या का निराकरण करेगा।  नागपुर ट्रैफिक क्लब से अब तक 1,575 नागरिक जुड चुके हैं। दो सप्ताह पहले यातायात पुलिस विभाग के उपायुक्त का पदभार संभालने वाले उपायुक्त एस चैतन्य ने पत्र परिषद में  शहर को दुर्घटना मुक्त कैसे बनाया जा सकता है। इस मुद्दे पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि जिस परिसर में अधिक गंभीर दुर्घटनाएं होती हैं। ऐसे स्थानों की ब्लैक स्पॉट के रूप में यातायात पुलिस ने सूची तैयार की है। दुर्घटना को टालने के लिए पुलिस प्रभावी कदम उठा रही है। 

नागरिकों ने भेजी 603 शिकायतें 
एस. चैतन्य ने बताया कि उपराजधानी में यातायात व्यवस्था में सुधार लाने के लिए वर्ष 2017 में जुलाई माह में यातायात पुलिस ने  एन ट्रैक्स (नागपुर ट्रैफिक क्लब) की स्थापना की। इस क्लब से जुड़े कई नागरिकों ने विविध क्षेत्रों में वाहन चालकों द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन करने व अन्य संबंधित 603 शिकायतें यातायात पुलिस विभाग के पास भेजी गईं। पुलिस ने इन सभी शिकायतों का निराकरण किया। उन्होंने कहा कि मेट्रो आैर सीमेंट रोड निर्माण के कारण यातायात की शिकायतें बढ़ गई हैं। अवैध सफर करने वाले वाहनों, आवारा मवेशियों, अतिक्रमण आैर इसी तरह की अन्य समस्या शहर में है। इनसे छुटकारा पाने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। 

मेट्रो ने किया 42 सिग्नल बंद
एस चैतन्य ने बताया कि मेट्रो के कार्य के कारण शहर में 42 सिग्नल बंद हो गए हैं। पार्किंग की जगह-जगह समस्या है। इसका हल ढूंढने के लिए संबंधित विभागों से चर्चा शुरू है। उन्होंने कहा कि  शहर को दुर्घटना मुक्त बनाने के लिए नागरिकों के सहयोग की जरूरत है। इसके लिए अधिक से अधिक नागरिकों को एन ट्रैक्स का  सदस्य बनना चाहिए। सदस्य होने वाला नागरिक यातायात से जुड़ी समस्या के बारे में कोई भी फोटो  यातायात पुलिस को भेज सकती है। उस पर पुलिस कार्रवाई करेगी।  यातायात पुलिस का कमांड सेंटर के जल्द से जल्द बनने की दिशा में प्रयासरत है।

निजी बसों को शहर से हटाने का प्रयास
शहर में निजी बसों के कारण भी यातायात में बाधा हो रही है। इस समस्या को दूर करने के लिए मनपा के साथ विचार विमर्श शुरू है। मनपा से शहर के आस-पास की जगह देकर वहां पर निजी बसों के ठहरने की व्यवस्था करने पर विचार हो रहा है। इससे शहर में बसों की आवाजाही पर रोक लग सकेगी। नकली हेलमेट बेचने वालों पर भी शिकंजा कसा जाएगा। शहर में स्पीड ब्रेकर की समस्या सुलझाई जाएगी, जहां जरूरी है, वहां स्पीड ब्रेकर लगाए जाएंगे। ओवरलोड वाहनों के खिलाफ अभियान तेज किया जाएगा। 

लेन-देन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा 
यातायात पुलिस विभाग की कार्यपद्धति और रिश्वतखोरी के बारे में पूछे गए प्रश्न पर उन्होंने कहा कि कोई भी लेन देन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।   भ्रष्टाचार काे खत्म करने के लिए कैशलेस चालान का उपयोग को बढ़ावा दिया जाएगा। 
 

Created On :   16 Feb 2018 4:32 PM IST

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