ट्रैफिक पुलिस फिर सड़कों के किनारे खड़ी गाड़ियां खींचकर ले जाने को हुई मजबूर

Traffic police again forced to drag vehicles parked on the side of the road
ट्रैफिक पुलिस फिर सड़कों के किनारे खड़ी गाड़ियां खींचकर ले जाने को हुई मजबूर
लापरवाह ड्राइवर ट्रैफिक पुलिस फिर सड़कों के किनारे खड़ी गाड़ियां खींचकर ले जाने को हुई मजबूर

डिजिटल डेस्क, मुंबई । नो पार्किंग जोन में सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों को खींचकर न ले जाने के पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडे के आदेश को पलटते हुए ट्रैफिक पुलिस ने एक बार फिर गाड़ियों को खींचना (टो)करना शुरू कर दिया है। दरअसल पांडे के इस आदेश के बाद कई इलाकों में परेशानी बढ़ गई थी क्योंकि कार्रवाई का डर न होने के चलते वाहन चालक सड़कों किनारे गाड़ियों की दो-तीन कतारें तक लगा देते थे। खासकर गणेशोत्सव के दौरान मुंबई पुलिस ने बड़ी संख्या में गाड़ियों को टो कर हटाया और गाड़ी मालिकों से जुर्माना वसूला। हालांकि पांडे ने कोई लिखित आदेश जारी नहीं किया था लेकिन भ्रष्टाचार का हवाला देते हुए उन्होंने ट्रैफिक पुलिस को गाड़ियां टो न करने के निर्देश दिए थे। जिस पर अमल किया जा रहा था।

ट्रैफिक पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि टो न करने के फैसले के चलते काफी परेशानी हो रही थी क्योंकि वाहन चालक लापरवाही दिखाते हुए कहीं भी गाड़ियां पार्क कर रहे थे। वीआईपी मूवमेंट के दौरान सुरक्षा कारणों के चलते इस तरह सड़क किनारे खड़ी गाड़ियां को नहीं छोड़ा जा सकता क्योंकि इससे खतरा हो सकता है। इन्हीं कारणों के चलते फैसला बदला गया और गाड़ियां फिर से टो की जाने लगीं। आंकड़े बताते हैं कि मुंबई में साल 2021 में नो पार्किंग जोन में गाड़ियां खड़ी करने के चलते 21 लाख वाहन चालकों से जुर्माना वसूला गया था। इनमें से 90450 गाड़ियों को पुलिस उठाकर ले गई थी और मालिकों को जुर्माना भरकर उन्हें छुड़ाना पड़ा था। इस साल नो पार्किंग जोन में गाड़ियां खड़ी करने के लिए 1.65 लाख वाहन मालिकों पर जुर्माना लगाया गया। जिनमें से करीब एक लाख गाड़ियां टो करने के बाद जुर्माना वसूला गया। बता दें कि संजय पांडे मनी लांडरिंग मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद जेल में बंद हैं। उनके सेवानिवृत्त होने के बात     
 

Created On :   19 Sept 2022 7:51 PM IST

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