ट्रेनी जज की मां का कमरे में मिला शव, बदबू आने पर पड़ोसियों ने दी सूचना

Trainee judges mother found dead in room, neighbour call to police
ट्रेनी जज की मां का कमरे में मिला शव, बदबू आने पर पड़ोसियों ने दी सूचना
ट्रेनी जज की मां का कमरे में मिला शव, बदबू आने पर पड़ोसियों ने दी सूचना

डिजिटल डेस्क, नागपुर। हुड़केश्वर थानांतर्गत एक ट्रेनी जस्टिस की मां का शव उनके रसोईघर में सोमवार को पाया गया। मृतक महिला का नाम चंद्रकला मधुकर भेंडे (68) है। उनका शव पूरी तरह खराब हो चुका था। सड़ांध आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। उसके बाद हुड़केश्वर के थानेदार सत्यवान माने सहयोगियों के साथ जानकी नगर पहुंचे। कमरे का दरवाजा बंद होने से पुलिस ने काफी मशक्कत कर शव को बाहर निकाला।

चंद्रकला की बहू स्कूल की छुट्टियां लगने के कारण बच्चों को लेकर 1 मई को मायके चली गई थीं, तबसे चंद्रकला घर मंस अकेली रह रही थीं। उनका बेटा रविंद्र प्रशिक्षण के लिए मुंबई गए हुए हैं। वह जस्टिस का प्रशिक्षण ले रहे हैं। थानेदार माने ने शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया। पुलिस का मानना है कि संभवत: चार दिन पहले उनकी मौत हुई होगी।

घर में नहीं थे बहू-बेटे
पुलिस ने बताया कि चंद्रकला के पति की करीब 10 वर्ष पहले मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद वह काफी गमशुम रहने लगी थीं। उनके पति मधुकर भेंडे कलमना मार्केट में अडतिया (कमीशन एजेंट) का काम करते थे। जानकीनगर हुड़केश्वर निवासी चंद्रकला मधुकर भेंडे का शव सोमवार को उनके मकान के रसोईघर में पड़ा मिला। बदबू आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। तब हुड़केश्वर के थानेदार एस. माने सहयोगियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। मकान के दरवाजे की कुंडी अंदर से बंद थी। पुलिस दरवाजे को तोड़कर अंदर घुसी। रसोईघर में चंद्रकला का शव जमीन पर पड़ा था। खराब हो जाने के कारण शव से बदबू आने लगी थी।

इस मकान में वह अपने बहू-बेटे और उनके बच्चों के साथ रहती थीं। पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि चार-पांच दिन से उन्होंने चंद्रकला को कमरे से बाहर निकलते नहीं देखा था। वह ज्यादा किसी से बातचीत नहीं करती थीं, इसलिए उनसे भी कोई ज्यादा बात नहीं करता था। उनकी बहू और उसके बच्चे स्कूल को छुट्टियां लगने के कारण 1 मई को अपने मायके चली गई थीं। सोमवार को सूचना मिलने पर वह भी मायके से वापस लौटीं। पुलिस ने फिलहाल आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है।

घटनास्थल पर फॉरेंसिक लैब के अधिकारी-कर्मचारी भी पहुंचे
पुलिस का कहना है कि शव को बाहर निकालने में किसी ने मदद नहीं की। पुलिस के अधिकारियों-कर्मचारियों ने क्षत-विक्षत शव को रसोईघर से बाहर निकाला। उसके बाद उसे एम्बुलेंस से मेडिकल अस्पताल भिजवाया। पुलिस का मानना है कि वह करीब चार-पांच दिन पहले रसोईघर में गिर गई थीं। घर में अकेले रहने के कारण उन्हें कोई मदद नहीं मिल पाई, शायद वह बेहोश हो गई थीं, जिसके कारण उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में पुलिस विभाग के फॉरेंसिक विभाग को भी घटनास्थल पर बुला लिया था।

Created On :   29 May 2018 5:49 PM IST

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