तिहरा हत्याकांडः आईजी ने झोंकी पूरी ताकत, ललित पर 30 हजार का इनाम घोषित

Tripal murder case of kolhuaa forest in satna MP
तिहरा हत्याकांडः आईजी ने झोंकी पूरी ताकत, ललित पर 30 हजार का इनाम घोषित
तिहरा हत्याकांडः आईजी ने झोंकी पूरी ताकत, ललित पर 30 हजार का इनाम घोषित

डिजिटल डेस्क, सतना। कोल्हुआ जंगल में तिहरे हत्याकांड और मुडिय़ा देव से हेडमास्टर के अपहरण कर मामले में आईजी ने अंशुमान यादव ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। पुलिस को खुली चुनौती दे चुके 30 हजार के इनामी डकैत ललित पटेल को जिंदा या मुर्दा पकडऩे का अभियान जोर पकड़ चुका है।

बुधवार को एक बार फिर रीवा रेंज के आईजी अंशुमान यादव अतिरिक्त फोर्स के साथ चित्रकूट पहुंचकर सर्चिंग अभियान में शामिल हो गए। जहां पहले से ही पुलिस कप्तान राजेश हिंगणकर के नेतृत्व में 150 अधिकारी- कर्मचारी दिन-रात तराई की खाक छान रहे हैं। हर छोटी-बड़ी सूचना को गंभीरता से लिया जा रहा है। बुधवार को बरौंधा की तरफ से दो टीमें उतारी गईं तो नयागांव की ओर से 4 टीमों को लगाया गया था, जबकि बांदा व कर्वी पुलिस के भी इतने ही दस्ते डकैतों की घेराबंदी में लगे हुए थे।

पुलिस टीम ने पौसलहा समेत आसपास के गांवों की सघन तलाशी लेने के साथ ही गिरोह के मददगारों के बारे में जानकारी जुटाते हुए कइयों को हिरासत में भी ले लिया जिनसे पूछताछ की जा रही है। इसके अतिरिक्त तराई के गांवों में रहने वाले लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाते हुए डकैतों की सूचना देने के लिए तैयार किया जा रहा है। आईजी व एसपी ने पूर्व में बरती गई लापरवाही की भरपाई करते हुए नए सिरे से सोशल पुलिसिंग के जरिए ग्रामीणों का भरोसा जीतने की कोशिश तेज कर दी है।

मुन्ना के परिवार ने छोड़ा गांव

वहीं डकैत ललित के हाथों मारे गए मुन्ना यादव के परिवार ने सुरक्षा मिलने के बावजूद बुधवार को गांव छोड़ दिया। मृतक की मां व भाई-भाभियों समेत 26 सदस्यीय परिवार खाने-पीने का सामान व कुछ कपड़े लेकर सुबह पैदल चलते हुए गुप्त-गोदावरी पहुंचा जहां कुछ देर रूकने के बाद सभी लोग चौबेपुर चले गए। मुन्ना के परिवार में फिलहाल इसी गांव में अस्थाई ठिकाना बना लिया है।

डयूटी के दौरान गांजा पीते मिले एसएएफ के जवान

एक तरफ पुलिस के आला अधिकारी डकैतों के खिलाफ जारी अभियान में पूरी ताकत झोंक रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ नयागांव थाना अंतर्गत गुप्त-गोदावरी मोड़ पर अस्थाई पोस्ट में तैनात एसएएफ के दो पुलिसकर्मी सरेआम गांजा फूंकते कैमरे में कैद नजर आए। दोनों आरपी उपाध्याय और बीपी चौधरी नामक पुलिसकर्मियों को दीन-दुनिया की जरा भी खबर नहीं थी। दोनों अपने में ही मस्त होकर दम लगा रहे थे वह भी तब जब ठीक 5 मिनट पहले पुलिस अधीक्षक का काफिला गुप्त-गोदावरी से निकला था।

एसपी राजेश हिंगणकर ने कहा कि मेरे संज्ञान में यह बात नहीं आई है पर अगर ऐसा हुआ है तो काफी गंभीर बात है, जिसकी जांच कराई जाएगी और दोषी पाए जाने पर तैनात पुलिसकर्मियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

Created On :   20 July 2017 11:38 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story