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फसल बर्बादी से परेशान दो किसानों ने की आत्महत्या

डिजिटल डेस्क, राजुरा (चंद्रपुर) चंद्रपुर जिले में दो अलग-अलग जगहों पर दो किसानों ने आत्महत्या कर ली। निरंतर बारिश व बाढ़ के कारण कई लोग बेघर हुए हैं और कई किसानों की खेती बर्बाद हुई है। इसी की एक बलि आज चुनाला गांव का किसान चढ़ गया। किसान रवींद्र नारायण मोंढे (45) ने बुधवार की दोपहर घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रवींद्र के पास सात एकड़ खेती थी। उसने सेवा सहकारी संस्था चुनाला से खेती के लिए 70 हजार रूपए का फसल कर्ज लेकर कपास व सोयाबीन की बुआई की थी। रवींद्र अपने माता-पिता का एकलौता पुत्र था व खेती कर अपने माता-पिता का पालन-पोषण करता था। लेकिन चार बार खेत की फसल पानी में चली जाने से उसकी पूरा पैसा बर्बाद हो गया। इसके पूर्व दोबारा बुआई की नौबत आयी थी। ऐसे में रवींद्र की मां को करंट लगने से वह अस्पताल में उपचार ले रही थी।
घर के हालात तथा कर्ज का बोझ कैसे चुकाना इसकी चिंता में रवींद्र ने घर में कोई न रहते हुए फांसी लगा ली। उक्त घटना नागरिकों के ध्यान में आने पर उन्होंने राजुरा पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आगे की जांच चल रही है। दूसरी घटना कोरपना तहसील के निमानी गांव में हुई। कोरपना तहसील के निमानी के एक किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या करने की घटना घटी। मृतक किसान का नाम अंगत भिवसन आत्राम बताया गया। वह पिता के 5 एकड़ खेत से कपास और सोयाबीन की खेती कर परिवार का पालन पोशन करता था। अंगत आत्राम ने निरंतर बारिश के कारण दोबारा बुआई तथा सावकार का कर्ज की चिंता में उसने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या करने की बात कहीं जा रही है। आत्महत्या की रात अंगत का परिवार रिश्तेदार के यहां कार्यक्रम मंे गया था। घर में कोई न होते हुए अंगत ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला खत्म कर दी। उसके पीछे पत्नी, पुत्र, पुत्री तथा बड़ा परिवार है।
Created On :   27 July 2022 7:31 PM IST