- चुनाव आयोग की ओर से शाम 4.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी। इसमें 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जाएगा।
- दुनियाभर में अब तक कोविड से 25 लाख लोगों की मौत
- जीडीपी के आंकड़े आने से पहले टूटा शेयर बाजार, 1000 अंक लुढ़का सेंसेक्स
- इंदौर की सुंदरता को खराब करने वालों पर होगी एफआईआर
- जम्मू-कश्मीरः पाकिस्तान ने इस वर्ष 56 दिनों में 591 बार तोड़ा संघर्षविराम
नागपुर यूनिवर्सिटी के अनेक बोर्ड प्रभारियों के भरोसे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के विविध बोर्डों पर प्रभारियों के सहारे कामकाज चल रहा है। नागपुर यूनिवर्सिटी ने अनेक वर्षों से रिक्त पदों के कारण इन बोर्डों को स्थाई प्रमुख नहीं मिल पा रहा है। फिलहाल यूनिवर्सिटी के प्राध्यापकों या अधिकारियों को अपनी नियमित नौकरी के अलावा अतिरिक्त कार्यभार पर ये जिम्मेदारी संभालनी पड़ रही है। प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों में भी लगभग ऐसी ही स्थिति देखने को मिल रही है। दरअसल महाराष्ट्र सार्वजनिक विश्वविद्यालय अधिनियम लागू होने के बाद से विश्वविद्यालय में विविध बोर्ड तैयार हुए। नियमानुसार उन बोर्डों पर नियमित प्रमुखों की नियुक्ति जरूरी है।
नियुक्ति के लिए पात्रता व अन्य दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं। बोर्डों में विवि उपकेंद्र मंडल, कॉलेज पीजी शिक्षा मंडल, आजीवन अध्ययन व विस्तार मंडल, परीक्षा व मूल्यांकन मंडल, माहिती व तंत्रज्ञान अधिकार मंडल, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय करार मंडल, नवोपक्रम-नवसंशोधन मंडल, विद्यार्थी विकास मंडल, क्रीड़ा व शारीरिक शिक्षा मंडल, संशोधन मंडल, वाणिज्य व व्यवस्थापन, विज्ञान व तंत्रज्ञान, आंतरविद्या शाखा व मानव्यशास्त्र शाखाओं का समावेश है। विवि ने इनमें से कुछ बोर्ड पर ही स्थाई नियुक्ति की है। इसमें केवल परीक्षा व मूल्यांकन मंडल, संशोधन, विद्यार्थी, क्रीड़ा व शारीरिक शिक्षा मंडल का समावेश है। शेष मंडलों पर प्राध्यापकों को अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है। कोरोना संक्रमण के कारण प्रदेश में बीते एक वर्ष से बंद है, जिसके चलते विवि का कामकाज मुश्किल हो रहा है।
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Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।