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अवनि के मादा शावक सी-1 को पकड़ने मिली सफलता, ला सकते हैं गोरेवाड़ा

डिजिटल डेस्क,नागपुर/यवतमाल। गत डेढ़ महीनों से अवनि बाघिन के शावक को पकड़ने की कोशिश शनिवार की दोपहर में सफल हुई। रालेगांव तहसील अंतर्गत अवनि के मादा शावक सी -1 को वन विभाग ने पकड़ा। सूत्रों के अनुसार कुछ समय के लिए इसे नागपुर के गोरेवाडा में रखा जाएगा। जिसके बाद पेंच के जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
शावकों को ढूंढने लिया हाथियों का सहारा
गौरतलब है कि रालेगांव परिसर में टी-1 यानी अवनि नामक बाघिन की 2 वर्षों तक दहशत रही। इस बाघिन पर 13 लोगों की जान लेने का आरोप था, जिसके बाद वन विभाग ने इसे पहले पकड़ने के आदेश दिये थे। साथ ही बाघिन पकड़ में नहीं आने पर गोली मारने के लिए कहा था। ऐसे में करीब 3 महीने तक वन विभाग ने निजी शिकारियों की सहायता से बाघिन को पकड़ने की कवायदें जारी रखी थी। इस बीच 3 नवंबर को शिकारियों ने बाघिन को गोली भी मार दी गई। जिसका विरोध पूरे राज्य में हुआ । इस बाघिन के 2 शावक हैं, जिनकी उम्र 11 महीने बताई गई थी, बाघिन के मारने के बाद शावकों का जिंदा रहना संभव नहीं होगा, ऐसा भी कहा जा रहा था। वहीं दूसरी तरफ बाघिन के साथ रहने से शावक भी आक्रामक होने की आशंका थी। जिससे इन्हें पकड़कर दूसरे जंगल में छोड़ने का तय हुआ था। लेकिन काफी प्रयास के बाद भी शावक मिले नहीं थे, गत 20 दिन पहले शावकों की एक झलक वन विभाग को फुटेज में देखने मिली थी। जिसके बाद से इन्हें पकड़ने की जद्दोजहद शुरू हुई । बताया गया कि रालेगांव परिसर में घास काफी ऊंची होने से शावक दिखते नहीं थे। ऐसे में मध्यप्रदेश से 4 हाथियों को बुलाया गया , जिस पर बैठ कर वन विभाग की टीम गश्त लगा रही थी। इस बीच शनिवार की सुबह दोनों शावक कैमरे में ट्रैप हुए थे। पीछा करने के बाद दोपहर अंजी बीट नंबर 655 में सी-1 नामक मादा बाघिन को ट्रैक्युलेट कर पकड़ा गया।
इंजेक्शन लगते ही बेहोश हुई मादा शावक
शावक को पकडऩे के लिए बेहोशी का इंजेक्शन मारा गया था। यह शावक बेहोश होते ही उसे पकड़कर पिंजरे में कैद कर नागपुर के गोरेवाडा केंद्र में उसे होश में लाकर तुरंत पेंच अभयारण्य में भेज दिया जाएगा। यह कार्रवाई रालेगांव तहसील के कक्ष नंबर ६५५ के अंजी बीट में बांध के पास की गई। शनिवार की दोपहर 2.30 से 3 बजे के बीच वनाधिकारियों ने पशुचिकित्सकों की उपस्थिति में सुरक्षित रूप से यह इंजेक्शन सी १ को लक्ष्य कर फेंका गया था। इंजेक्शन लगते ही कुछ मिनटों में ही यह शावक बेहोश हो गई। जिसके बाद उसे पिंजरे में डालकर नागपुर रवाना किया गया। वन्यप्राणियों के लिए बनी एम्बुलेंस में इस सी -1 को भेजा गया है। यह कार्रवाई इतने शीघ्र की गई कि, किसी को इस शावक का छायाचित्र भी निकालने के लिए समय नहीं मिल पाया। अब सी १ के साथीदार तथा अवनी के दूसरे नर शावक सी -2 को पकडऩे की मुहिम तेज कर दी गई है। आंजी के जंगलों में लगाए गए ट्रैप कैमरों में यह दोनों शनिवार की सुबह दिखाई दिए गए थे। जिसके बाद से ही उन पर दूर से ही नजर रखी जा रहीं थी। दोपहर बाद थोडी देर के लिए यह दोनों शावक एक दूसरे से अलग होते ही वनविभाग के टिम को मौका मिल गया। कोई समय व्यर्थ न गंवाते हुए टीम ने बेहोश कर पकड़ लिया। इस समय वनविभाग के आला अधिकारी घटनास्थल पर उपस्थित थे।
Created On :   22 Dec 2018 7:35 PM IST