नागपुर में वैक्सीन की कछुआ चाल, बुरा हो सकता है हाल

Turtle trick of vaccine in Nagpur, may be bad
नागपुर में वैक्सीन की कछुआ चाल, बुरा हो सकता है हाल
आधे लोगों को भी नहीं लगा टीका नागपुर में वैक्सीन की कछुआ चाल, बुरा हो सकता है हाल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर को कोरोना मुक्त करने के लिए हर एक व्यक्ति का टीकाकरण होना जरूरी है, लेकिन जिस हिसाब से वैक्सीन उपलब्ध हो रही है, उस अनुसार 2021 में सभी का टीकाकरण होना मुश्किल लग रहा है। वैक्सीनेशन की रफ्तार इतनी धीमी है कि इसके गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं। शहर में 22 लाख लोगों का टीकाकरण होना है, लेकिन अभी तक आधे लोगों को भी वैक्सीन मुहैया नहीं हुई है। इनमें से पहला डोज लेने वालों की संख्या 10,32,963 और दूसरा डोज लेेने वालों की संख्या 4,23,283 है। पिछले सात महीने में पहला डोज लेने वालों की प्रतिमाह औसत संख्या 1,47,566 हैं, वहीं दूसरा डोज लेने वालों की प्रतिमाह औसत संख्या 70,547 है। यही चलता रहा तो शहर में दूसरा डोज लेने वालों को 31 महीने से अधिक समय लगेगा।

16 जनवरी को हुई थी शुरुआत
शहर में अनुमानित 22 लाख लोगों में 18 प्लस की संख्या 13 लाख और 45 प्लस की संख्या 9 लाख है। 16 जनवरी को वैक्सीनेशन मुहिम अंतर्गत पहला डोज देने की शुरुआत हुई है। इसके 28 दिन बाद फरवरी से दूसरा डोज देना शुरू किया गया। पहले डोज की मुहिम 7 महीने और दूसरे डोज की मुहिम को 6 महीने हो चुके हैं, लेकिन वैक्सीन के अभाव में वैक्सीनेशन की गति धीमी हो चुकी है।

शहर में 22 लाख लोगों का होना है टीकाकरण
पहला डोज ले चुके लोग- 10,32,963
दूसरा डोज ले चुके लोग-4,23,283
कुल वैक्सीन ले चुके लोग- 14,56,246
18 प्लस की संख्या 13 लाख
45 प्लस की संख्या 9 लाख

पिछले 7 माह में वैक्सीन लेने वालों की औसत संख्या
पहला डोज ले चुके लोग-1,47,566 प्रतिमाह
दूसरा डोज ले चुके लोग-70547 प्रतिमाह
नोट : नियमों में बदलाव के कारण टीकाकरण पर पड़ रहा असर

सितंबर 2022 तक चलेगी मुहिम
 शहर में पहला डोज लेने वालों की संख्या 10,32,963 हो चुकी है। लक्ष्य के हिसाब से यह संख्या आधे से भी कम है। अब भी 11,67,037 लोगों को पहला डोज लगना बाकी है। वैक्सीनेशन मुहिम की शुरुआत से अब तक का औसत देखने पर पहला डोज पूरा होने में 14 माह का समय लगेगा। इसमें से 7 महीने बीत चुके हैं। अब अगले 7 महीने में यानी मार्च 2022 में पहला डोज अभियान पूरा हो पाएगा, वहीं दूसरा डोज लेने वालों की संख्या 4,23,283 पर पहुंची है। फरवरी से दूसरा डोज लगाना शुरू हुआ था। इसका औसत देखा जाए तो दूसरा डोज अभियान पूरा होने में 31 महीने से अधिक समय लग सकता है। यानी 25 महीने और लगेंगे। सितंबर 2022 में दूसरा डोज अभियान पूरा हो पाएगा। यह सब नियमों में बदलाव के कारण हुआ है। 

बीच-बीच में बंद हुई मुहिम
1 मई से शुरू किए गए 18 प्लस आयु वर्ग का वैक्सीनेशन 12 दिन बाद बंद कर दिया गया था। फिर जून से 18 प्लस का वैक्सीनेशन शुरू हुआ। इससे वैक्सीनेशन कार्यक्रम धीमा होता गया। अब हालात ये हैं कि कभी दो या कभी चार दिन बाद वैक्सीन की खेप पहुंच रही है। हाल ही में पांच दिन वैक्सीनेशन बंद रहा है।

कोवैक्सीन की समस्या नहीं 
कोवैक्सीन को लेकर कभी समस्याएं नहीं हुईं, लेकिन कोविशील्ड की किल्लत हो रही है। कोवैक्सीन लगाने वालों की संख्या 10 फीसदी है, वहीं काेविशील्ड लगाने वाले 90 फीसदी हैं। अब तक कोवैक्सीन व कोविशील्ड मिलाकर 15,14,310 डोज प्राप्त हुए हैं। इसमें कोविशील्ड के 13,69,830 और कोवैक्सीन के 1,44,480 डोज मिले हैं। कुल 14,56,246 लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है।


 

Created On :   14 Aug 2021 9:54 AM GMT

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