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नकली रेमडेसिविर बनाकर बेचने वाले दो आरोपी गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क,नागपुर। अब नकली रेमडेसिविर भी ब्लैक में बिक रहा है। गैर सरकारी संगठन की मदद से नकली रेमडेसिविर बेच रहे दो युवकों को दबोच लिया गया है। प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए देर रात पुलिस ने आरोपी युवकों के घर में भी छापे मारे, लेकिन कुछ खास हाथ नहीं लगा। सक्करदरा थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है। रेमडेसिविर असली है या नकली इसकी सच्चाई जानने के लिए अन्न व औषधि विभाग को इंजेक्शन भेजे जाएंगे। सक्करदरा थाने के वरिष्ठ निरीक्षक सत्यवान माने ने बताया कि आरोपियों से बरामद िकए गए रेमडेसिविर इंजेक्शन असली है या नकली, यह कह पाना अभी मुश्किल है।
तलाश कर रहे थे ग्राहक
आरोपी अभिलाष देवराव पेटकर (28) न्यू सुभेदार ले-आउट निवासी और उसका िमत्र अनिकेत मोरेश्वर नंदेश्वर (21) तुकड़ोजी चौक निवासी है। दोनों निजी अस्पतालों में एक्स-रे टेक्नीशियन हैं। मंगलवार की दोपहर दोनों आरोपी रेशमबाग चौक में नवप्रतिभा स्कूल के पास रेमडेसिविर बेचने के लिए आए थे। इसके लिए वह ग्राहक की तलाश कर रहे थे। कुछ लोगों को रेमडेसिविर दिखाया भी। इसकी कीमत 40 हजार रुपए बताई, मोलभाव के बाद आरोपी 28 हजार रुपए में रेमडेसिविर देने को तैयार हो गए, लेकिन रेमडेसिविर सीलपैक नहीं होने की वजह से खरीदार ने उस पर संदेह जताया।
खाद्य विभाग को सौंपा इंजेक्शन
देखने पर ऐसा लग रहा था कि रेमडेसिविर की खाली बोतल में पाउडर िमला हुआ पानी इंजेक्शन की मदद से भरा गया है। गैर सरकारी संगठन किंग कोबरा आर्गेनाईजेशन के संस्थापक व अध्यक्ष अरविंद कुमार रतुडी और युवा सेना के कार्यकर्ता धीरज फंदी आदि मौके पर पहुंचे, उन्होंने इसकी सूचना सक्करदरा थाने को दी। प्रकरण की गंभीरता से तत्काल पुलिस मौके पर पहुंची। अभिलाष और अनिकेत को िगरफ्तार कर थाने लाया गया। आरोपियों से और भी इंजेक्शन िमलने की संभावना थी, जिसके चलते रात में ही पुलिस ने दोनों आरोपियों के घरों में छापा मारा। समाचार लिखे जाने तक कुछ भी संदिग्ध पुलिस के हाथ नहीं लगा था। इस बीच इसकी सच्चाई का पता लगाने के लिए इंजेक्शनों को औषधि विभाग के पास भेजा जाएगा, जंाच जारी है।
Created On :   21 April 2021 9:57 AM IST