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ढाई सौ साल पुराने रामनवमी समारोह को लगातार दूसरे वर्ष ब्रेक

डिजिटल डेस्क, बीड । अंबाजोगाई शहर में पिछले ढाई सौ वर्षों से चल रहे राम नवमी उत्सव पर कोरोना के तलते लगातार दूसरे वर्ष ब्रेक लगा है । इससे पहले, भारत में प्लेग नामक एक बीमारी आई थी तब भी, खेतों में राम नवमी का त्योहार मनाया जाता था । पिछले ढाई सौ वर्षों में यह लगातार दूसरा वर्ष है जब इस त्योहार पर ब्रेक लगा है । अंबाजोगाई के खड़कपुरा इलाके में श्री राम मंदिर और मंडी बाज़ार क्षेत्र के पाटील चौक में श्री राम मंदिर ये दोनों ही मंदिर श्री समर्थ रामदास स्वामी और श्री कल्याण स्वामी के मार्गदर्शन में बनाया गया है।
स्वतंत्रता पूर्व काल में मंदिर का पुराना इतिहास रहा
आजादी के दौरान लोगों के ज्ञान के लिए और उस समय इस मंदिर को देशभक्ति के केंद्र के रूप में देखा जाता था अंबजोगाई में इन दोनों मंदिरों का प्राचीन काल से बहुत महत्व रहा है और जागृत देवस्थान के रूप में इन दोनों राम मंदिरों की प्रतिष्ठा बहुत बड़ी है राम नवमी का त्यौहार अंबाजोगाई के इन दोनों राम मंदिरों में मनाया जाता है।
यह त्योहार रामनवमी और हनुमान जयंती तक एक पखवाड़े चलता है । इस दौरान, भजन-कीर्तन प्रवचन के कई सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम किए जाते हैं ।राम नवमी के दिन हजारों भक्त शामिल होते हैं और दशमी के दिन प्रसाद लेने के लिए उतनी ही भीड़ होती है । नवमी के दौरान हर रात संगीतमय भजन और राम गीत एक मधुर स्वर में किया जाता है, जो शहरवासियों का एक प्रमुख आकर्षण है।
गांव के बाहर के भक्त भी इस त्योहार के लिए आते हैं
कोरोना के चलते इस भव्य समारोह को ब्रेक लगा है । त्योहार के लिए पहल लेने वाले मठाधीश नागनाथ बुवा रामदासी गदाधर बुवा रामदासी ने कहा है यह उत्सव भक्तो के बिना मनाने का समय आया है हालांकि, मंदिर के अनुष्ठान होंगे। कोरोना के सभी नियमों का पालन करते हुए मंदिर में महापूजा और जन्मोत्सव समारोह आयोजित किया गया है
Created On :   21 April 2021 12:01 PM IST