नागपुर में मिले स्क्रब टाइफस के दो मरीज

Two patients of scrub typhus found in Nagpur
नागपुर में मिले स्क्रब टाइफस के दो मरीज
नागपुर में मिले स्क्रब टाइफस के दो मरीज

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  स्क्रब टाइफस बीमारी से 2018 में 33 मरीजों की मौत हुई थी और 201 मरीज मिले थे। इस साल की शुरुआत में ही स्क्रब टाइफस के 2 मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई है, जबकि मनपा स्वास्थ्य विभाग सुस्त पड़ा है। दो मरीजों में से एक काटोल रोड स्थित हनुमान नगर वार्ड नंबर 1 और दूसरा चारगांव शिवापुर का है। दोनों का इलाज मनपा के अधिकार क्षेत्र में जारी है। जिले में 2019 में स्क्रब टाइफस के 21 मरीज मिले थे। इसमें भोपाल, इटारसी और भंडारा के एक-एक मरीज भी शामिल थे।  इस बार 2 मरीज सामने आए हैं।

पिछले साल 100 मरीज थे
ट्रॉम्बिक्युलिड माइट्स का लार्वा जिसे चिगर माइट्स से भी जानते हैं, इसके मानव शरीर में प्रवेश करने से स्क्रब टाइफस होता है। इसका उपचार नहीं करने से 50 प्रतिशत लोगों को दिमाग की बीमारी हो सकती है। साथ ही सही उपचार नहीं मिलने से 25 प्रतिशत लोगों की मौत हो सकती है। 2018-19 के अगस्त माह में नागपुर में इस बीमारी के  सबसे अधिक मरीज आए थे। पिछले साल 100 मरीज दर्ज किए गए, जिनमें से 6 मरीजाें की मौत हुई। बीमारी की मूल जांच के लिए नागपुर में दिल्ली की राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र की टीम आई थी। देखने के लिए रेट ट्रैप भी किया गया। चूहे के शरीर पर चिगर माइट्स निकाल कर उसकी जांच की गई थी। 

Created On :   11 Feb 2021 3:31 PM IST

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