दो वर्ष बाद आया संशोधित परिणाम अनेक विद्यार्थी फेल

Two years later, the revised result has failed many students
दो वर्ष बाद आया संशोधित परिणाम अनेक विद्यार्थी फेल
दो वर्ष बाद आया संशोधित परिणाम अनेक विद्यार्थी फेल

डिजिटल डेस्क, नागपुर ।  राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय की लापरवाही के कारण अनेक विद्यार्थियों के कैरियर संकट में आ गए हैं। जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय ने वर्ष 2018 में बीएससी द्वितीय वर्ष के रिजल्ट में अब जा कर संशोधन किया है। जिसमें अनेक विद्यार्थी अनुत्तीर्ण दर्शाए गए हैं। अब तक ये विद्यार्थी पास आउट हो चुके हैं। कोई नौकरी पर हैं तो कोई आगे की शिक्षा ले रहा है। लेकिन यूनिवर्सिटी द्वारा संशोधित परिणाम जारी होने के बाद उनकी नौकरी और उच्च शिक्षा दोनों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। दोबारा परीक्षा देेकर उत्तीर्ण होने के बाद ही उनकी ग्रेजुएशन डिग्री वैध मानी जाएगी। 

इंटरनल अंक भेजने में हुई थी चूक
मामला भंडारा जिले के स्व. निर्धनराव पाटील वाघाये कॉलेज का है। इस कॉलेज ने वर्ष 2018 में यूनिवर्सिटी को जो इंटरनल अंक भेजे थे, उसमें गलती थी। विद्यार्थियों का 10 अंकों की जगह 20 अंकों के आधार पर मूल्यांकन किया गया था। उस वक्त यूनिवर्सिटी ने परिणाम जारी कर दिया था। सभी विद्यार्थी इस कारण से पास हो गए थे। लेकिन फिर कुछ दिनों बाद यूनिवर्सिटी को यह गलती समझ आई। विद्यार्थियों से उनकी अंकसूचियां वापस मंगाई गईं। इसके बाद प्रशासनिक कार्रवाई शुरू हुई।

सुधारने में दो वर्ष लगे
यूनिवर्सिटी ने यह मामला परीक्षा मंडल समिति को भेजा। मंडल को इस मामले में फैसला देने में 2 वर्ष का समय लग गया। अब सुधारित नतीजे जारी करने से विद्यार्थियों की सांसें अटक गई हैं। क्योंकि द्वितीय वर्ष के उत्तीर्ण परिणाम के आधार पर उन्होंने अंतिम वर्ष की परीक्षा दी। इसमें पास होने के बाद पीजी में प्रवेश लिया। लेकिन चूंकि अब द्वितीय वर्ष का परिणाम ही अनुत्तीर्ण है, तो विद्यार्थियों के पीजी प्रवेश रद्द होने के कगार पर है। समायानुसार विद्यार्थियों की परीक्षा होगी, लेकिन परीक्षा कब होगी  इस पर विवि प्रशासन अब तक स्पष्टता जारी नहीं कर सका है। इस मामले में विवि परीक्षा नियंत्रक डॉ. प्रफुल्ल साबले से संपर्क करने पर संपर्क नहीं हो सका।

Created On :   31 March 2021 2:57 PM IST

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