यूजीसी नेट एग्जाम में बगैर गैप के होंगे पेपर, दो सत्र में होगी परीक्षा

UGC NET exam paper will be without gap, exam will be done in two sessions
यूजीसी नेट एग्जाम में बगैर गैप के होंगे पेपर, दो सत्र में होगी परीक्षा
यूजीसी नेट एग्जाम में बगैर गैप के होंगे पेपर, दो सत्र में होगी परीक्षा

डिजिटल डेस्क,नागपुर।  नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा इस वर्ष 2 से 17 मई के बीच यूजीसी नेट परीक्षा का आयोजन किया गया है।  इस बार पेपर-1 और पेपर-2 के बीच कोई गैप नहीं होगी। पेपर-1 में 50 एमसीक्यू और पेपर-2 में 100 एमसीक्यू पूछे जाएंगे। परीक्षा दो सत्रों में होगी। पहला सत्र सुबह 9 से 12 बजे के बीच और दूसरा दोपहर 3 से 6 बजे के बीच आयोजित किया गया है। परीक्षार्थियों को कम से कम आधा घंटा पूर्व परीक्षा केंद्र पर रिपोर्ट करना होगा। पहले सत्र के लिए 8.30 और दूसरे सत्र के लिए 2.30 बजे के बाद परीक्षार्थी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। परीक्षा अंग्रेजी और हिंदी भाषा में होगी। प्रत्येक प्रश्न के लिए 2 अंक हैं। कोई निगेटिव मार्किंग नहीं होगी। असिस्टेंट प्रोफेसर व जूनियर रिसर्च फेलोशिप की इस पात्रता परीक्षा में इस बार कुछ नए नियम लागू किए गए हैं। जिनके अनुसार परीक्षार्थी अपने साथ केवल एडमिट कार्ड, बॉल पेन, अतिरिक्त फोटो, पानी की बोतल, हैंड सैनेटाइजर, शुगर टैबलेट-फल (मधुमेह पीड़ितों के लिए) ले जा सकेंगे। 

पानी के लिए भटक रहे लोग 
संवाददाता| मौदा. मौदा तहसील के नीमखेड़ा में पीने के पानी के लिए लोगों को दर-दर भटकना पड़ रहा है। अभी से जल समस्या का यह हाल है, तो गर्मी में क्या होगा। बता दें कि नीमखेड़ा यह 5200 जनसंख्या वाला गांव है। यहां पर आस-पास के एक दर्जन गांवों का संपर्क है। यह गांव धान मिर्ची तथा अन्य फसल उत्पादक किसानों की मुख्य बाजारपेठ है। ग्राम पंचायत नीमखेड़ा के सरपंच प्रमोद बरबटे ने पानी की समस्या जल्द से जल्द सुलझाने के लिए बार बार प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधियों से जलापूर्ति योजना अंतर्गत निधि उपलब्ध कराने की मांग का प्रस्ताव प्रस्तुत किया, लेकिन अब तक नीमखेड़ा में पीने के पानी के लिए केंद्र व राज्य शासन द्वारा जलापूर्ति योजना अंतर्गत पानी के पानी की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई है। 15 साल पहले बनी पानी की टंकी तथा पाइप-लाइन पूरी तरह बंद है। जिसके कारण गांववासी को पीने का पानी नही मिल रहा है। फिलहाल ग्राम पंचायत नीमखेड़ा में नागरिकों के लिए बोरवेल व निजी कुएं द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था की गई है।

Created On :   30 March 2021 9:27 AM GMT

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