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दिव्यांगों के लिए हर हाल में आरक्षित रखनी होंगी सीटें: यूजीसी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर यूनिवर्सिटी समेत तमाम यूनिवर्सिटीज को निर्देश दिए हैं कि, वे अपने विविध विभागों और संलग्न कॉलेजों में प्रवेश के दौरान दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए सीटें आरक्षित रखें।
यूजीसी के निरीक्षण में आया है कि, कई कॉलेज प्रवेश प्रक्रिया के दौरान ऐसा नहीं कर रहे हैं। हाल ही में एक सर्कुलर जारी करके यूजीसी ने नागपुर यूनिर्वसिटी को अपने यहां सख्ती से आरक्षण लागू करने का आदेश दिया है। आगामी शैक्षणिक सत्र में दिव्यांग विद्यार्थियों को प्रवेश देने के बाद इसका पूरा ब्यौरा समाजकल्याण आयुक्त को प्रस्तुत करना होगा। इसके अलावा यूनिवर्सिटी को अपने विविध विभागों और कॉलेजों में दिव्यांगों के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से सुगम माहौल तैयार करने को कहा है। इसके लिए शिक्षा संस्थानों में एक आंतरिक समिति का गठन करने को कहा गया है। इस समिति में शिक्षक, कर्मचारियों, विद्यार्थियों और पालकों का भी समावेश करना होगा। इसी के साथ संस्थानों में समान अवसर सेल का भी गठन करने के आदेश दिए गए हैं।
अभी ऐसी है स्थिति
नागपुर यूनिवर्सिटी के प्रशासकीय परिसर से लेकर तो कैंपस और परीक्षा भवन जैसी जगहों पर दिव्यांग फ्रेंडली सुविधाओं का सख्त अभाव है। दिव्यांग शिक्षक-कर्मचारियों और विद्यार्थियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। प्रशासकीय परिसर में दिव्यांग कर्मचारियों को कई प्रकार की मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। इस पूरे परिसर में सामन्य प्रशासन विभाग के पास एकमात्र रैंप बना हुआ है। इसके अलावा कॉलेज सेक्शन, ऐकेडमिक सेक्शन, विद्यार्थी कल्याण विभाग में ऐसी कोई सुविधाएं नहीं हैं। पहली मंजिल पर कुलसचिव और अन्य कई कार्यालय हैं। यहां जाने के लिए किसी प्रकार की लिफ्ट या एस्केलेटर की सुविधा नहीं है, जिसके कारण दिव्यांग कर्मचारियों को कई सीढ़ियां चढ़कर कार्यालय तक पहुंचना पड़ता है।
नागपुर यूनिवर्सिटी के परीक्षा भवन में भी विकट स्थिति है। परीक्षा भवन के प्रवेश द्वार पर लिफ्ट की सुविधा नहीं है, बल्कि काफी अंदर परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के बगल में लिफ्ट है। यहां किसी भी विद्यार्थी को सीधे प्रवेश नहीं है। किसी दिव्यांग व्यक्ति को लिफ्ट इस्तेमाल करने के लिए कई सीढ़ियां चढ़कर आना होता है। विवि के कैंपस के अनेक विभागों में भी ऐसी ही स्थिति है। विभागों में रैंप की सुविधा तो है, लेकिन जिनकी कक्षाएं पहली मंजिल पर या दूसरी मंजिल पर लगती हैं, उन्हें खासी परेशानी होती है, क्योंकि विभागों में लिफ्ट की सुविधा नहीं है। दूसरी मुख्य बात यह कि, विवि कैंपस में दिव्यांगों के लिए विशेष शौचालय तक नहीं है।
Created On :   17 Feb 2020 1:27 PM IST