- आम आदमी को एक और बड़ा झटका, एलपीजी सिलेंडर के दामों में 25 रुपए का इजाफा
- दिल्ली: सिस्टर पी. निवेदा ने लगाई पीएम मोदी को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज
- पीएम मोदी बोले- कृषि में प्राइवेट सेक्टर को बढ़ावा देने का वक्त आ गया है
- दिल्लीः पीएम मोदी ने AIIMS में कोरोना वैक्सीन लगवाई, लोगों से की अपील- बेफिक्र होकर लगवाएं टीका
- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का तमिलनाडु दौरा, कन्याकुमारी में छात्रों से करेंगे संवाद
महाराष्ट्रः अस्पताल में नहीं मिला स्ट्रेचर, मरीज को चादर के सहारे खींचकर ले गए परिजन
डिजिटल डेस्क, नांदेड़। महाराष्ट्र के एक सरकारी अस्पताल से सामने आए ताजा मामले ने स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खोल दी है। अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण परिजन मरीज को स्ट्रेचर की जगह चादर पर घसीटकर ले जाने को मजबूर हो गए। घटना का वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें साफ नजर आ रहा है किस तरह परिजन मरीज को चादर के सहारे खींचकर ले जा रहे हैं।
#WATCH Relatives of a patient drag her with the help of a bedsheet, allegedly due to unavailability of a stretcher at a Government hospital in Maharashtra's Nanded. (28.6.18) pic.twitter.com/HM1tXtrlO1
— ANI (@ANI) June 30, 2018
दरअसल मामला महाराष्ट्र के नांदेड़ जिला अस्पताल का है। अस्पताल में स्ट्रेचर की कमी के कारण मरीज को परिजन बेडशीट के सहारे खींचकर ले गए। घटना के वायरल हुए वीडियो में साफ दिख रहा है महिला मरीज को उसके परिजनों को चादर पर बैठकर घसीटते हुए ले जा रहे हैं।
Ordered inquiry into the incident, but as per officials present there, the patient was told a stretcher is about to get free, but relatives did not wait and took her. We have also not received any complaint: Chandrakant Mhaske,Dean,Dr. Shankarrao Chavan Government Hospital,Nanded pic.twitter.com/bCzc0z7BCK
— ANI (@ANI) June 30, 2018
वहीं घटना का वीडियो सामने आने के बाद जिला अस्पताल प्रबंधन ने सफाई दी है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि महिला मरीज के परिजनों को स्ट्रेचर देने के लिए कहा गया था, लेकिन मरीज के परिजनों ने इंतजार नहीं किया और मरीज को चादर के सहारे ही ले गए। अस्पताल प्रबंधन ने यह भी कहा कि इस बारे में मरीज के परिजनों ने कोई शिकायत भी नहीं की थी। हालांकि प्रबंधन में मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
कमेंट करें
ये भी पढ़े
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।