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नागपुर में 'वर्दी घोटाला' !

डिजिटल डेस्क,नागपुर। शहर में पुलिस की वर्दी खरीदी में भी घोटाला नजर आ रहा है। दो करोड़ से ज्यादा कीमत की पुलिस की वर्दी का रंग उड़ गया। इसके बाद पुलिस आयुक्त ने नई वर्दी खरीदने का आदेश दिया है।
दरअसल पुलिस परेड में आयुक्त ने देखा कि सभी पुलिसकर्मियों की वर्दी का रंग एक समान नहीं है, अधिकांश के रंग उड़ चुके हैं। सभी अलग-अलग दिखते हैं। इसलिए उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों को नई वर्दी लेने के आदेश दिए है।आदेश के बाद कुछ पुलिसकर्मियों का कहना है कि हमने कुछ महीने पहले मुख्यालय स्तर पर ही वर्दी का कपड़ा खरीदा था, ऐसे में सभी को नया कपड़ा खरीदने के लिए अनिवार्य किया गया, इसमें तो हमारा नुकसान है।
कहीं घोटाला तो नहीं ?
दो साल से मुख्यालय ने एक जानी-मानी कंपनी से कम दर में उचित कपड़ा देने का टाइअप किया हुआ है। मुख्यालय की ओर से पुलिस की वर्दी के लिए जिस कंपनी से कपड़ा खरीदा गया था वो ठीक नहीं था। सबसे बड़ी बात ये है कि जिस कंपनी से पहले कपड़ा खरीदा गया था उसी कंपनी से दोबारा कपड़ा खरीदने के लिए कहा गया है।
पुलिसकर्मी नहीं खरीदते वर्दी
शहर में 8 हजार 13 पुलिसकर्मी हैं और इन पर सालाना 4 करोड़ 14 लाख से अधिक की रकम वर्दी खरीदने के लिए दिए जाते हैं। इसमें केवल वर्दी के कपड़े और सिलाई पर 2 करोड़ से अधिक की रकम खर्च होती है। अधिकांश पुलिसकर्मी वर्दी की रकम को बचा लेते हैं और पुरानी ही वर्दी कई साल चलाते थे। कुछ तो पैसा बचाने के लिए कम गुणवत्ता की वर्दी खरीदते थे। इसलिए मुख्यालय स्तर पर वर्दी खरीदने को कहा गया, ताकि इसे लेना अनिवार्य हो।
पुलिस आयुक्त डॉ. के. व्यंकटेशम का कहना है कि जानी-मानी कंपनी से नागपुर पुलिस विभाग के लिए खाकी का कपड़ा मंगाया जाता है। कपड़ों की विश्वनीयता को लेकर अगर कोई सवाल उठता है तो इस बारे में कंपनी के संबंधित अधिकारियों से पूछताछ की जाएगी। अगर यह कहा जा रहा है कि चंद धुलाई से वर्दी के रंग फीके पड़ रहे हैं और कंपनी ने घटिया क्वॉलिटी का माल भेजा है तो इस बारे में जांच की जाएगी। दोषी पाए जाने पर पुलिस कानूनन जो होगा कार्रवाई भी करेगी। हमारा मकसद है कि पुलिस की वर्दी का कलर एक समान हो। इसलिए नई वर्दी खरीदने के लिए कहा गया है।
वहीं पुलिस कैंटीन प्रबंधक व इंचार्ज विमल फ्रांसिस का कहना है कि पुलिस आयुक्त जो कर रहे हैं, वह पुलिस को बेहतर दिखने के लिए कर रहे हैं। उन्होंने किसी से यह नहीं कहा कि पुरानी वर्दी फेंक दो। पुरानी वर्दी पहनकर ड्यूटी की जा सकती है। नई वर्दी सिलवाकर उसे पहनकर परेड में जा सकते हैं। जिन लोगों ने पिछली बार कपड़े लेकर वर्दी सिलवाई है, उनमें मैं भी शामिल हूं। अगर किसी को कपड़े के बारे में कोई शिकायत है तो वह पुलिस आयुक्त साहब से सीधे मिलकर उनसे बात कर सकता है।
Created On :   24 July 2017 3:19 PM IST