ऑनलाइन एग्जाम भी ले सकती है यूनिवर्सिटी, दोनों विकल्प खुले

University can also take online exam, both options open
ऑनलाइन एग्जाम भी ले सकती है यूनिवर्सिटी, दोनों विकल्प खुले
ऑनलाइन एग्जाम भी ले सकती है यूनिवर्सिटी, दोनों विकल्प खुले

डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्रदेश के विश्वविद्यालयों की शीतकालीन परीक्षा के संबंध में राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने कहा है कि, सरकार ने विश्वविद्यालयों को यह तय करने के अधिकार दे रखे हैं कि, उन्हें किस प्रकार अपने विद्यार्थियों की परीक्षा लेनी है। सामंत के जनता दरबार में एक छात्र ने भविष्य में ऑनलाइन मोड में ही परीक्षा लेने की मांग पर सामंत ने कहा कि, विश्वविद्यालयों को ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों मोड में परीक्षा लेने के विकल्प दिए गए हैं। ऑनलाइन परीक्षा की गुणवत्ता पर पूछे प्रश्न पर उन्होंने जवाब दिया कि, राज्य सरकार ने विश्वविद्यालयों को ऑनलाइन परीक्षा में नकल रोकने के लिए प्रॉक्टरिंग के आदेश दिए थे, जिसे कई विश्वविद्यालयों ने सफलतपूर्वक लागू किया, लेकिन कुछ विश्वविद्यालय नहीं कर सके। सामंत ने कहा कि, ऑनलाइन परीक्षा कोरोनाकाल का एक अस्थायी विकल्प है, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों और शिक्षा संस्थानों के बीच संवाद स्थापित करना था। कोरोना एक दिन जरूर समाप्त होगा, जिसके बाद पहले की तरह पेन-पेपर मोड में परीक्षा होगी, लेकिन फिलहाल शीतकालीन परीक्षा कैसे लेनी हैं, यह विश्वविद्यालय तय करें। 

यूनिवर्सिटी की शतकपूर्ति धूमधाम से मनेगी
वर्ष 1923 में स्थापित राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय अपनी शतकपूर्ति की ओर बढ़ रहा है। इस अवसर को उत्सव के रूप में मनाने के लिए राज्य सरकार ने विवि में कई नए उपक्रम शुरू करने की तैयारी की है। विविध कार्यक्रमों और विकासकार्यों की रूपरेखा तय करने के लिए जिले के पालकमंत्री नितीन राऊत की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई है। जिसमें यूनिवर्सिटी कुलगुरु व अन्य संबंधित सदस्य होंगे। सामंत के अनुसार राज्य सरकार इन उपक्रमों के लिए अच्छी खासी निधि जारी करेगी। 

पदभर्ती पर भी हुई घोषणा
सामंत ने दावा किया कि, आर्थिक अड़चन के चलते 4 मई को जारी जीआर के कारण पदभर्ती रुकी हुई है। सरकार इस जीआर को वापस लेने जा रही है। जिसके 15 दिन के बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि, सरकार ने 2500 शिक्षक पद, 269 प्राचार्य व 49 संवैधानिक पदों पर नियुक्ति करने का फैसला लिया है। 

1617 आवेदनों पर फैसले का दावा 
शिक्षा मंत्री सामंत का जनता दरबार शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे से शहर के सिविल लाइंस स्थित देशपांडे सभागृह में आयोजित किया गया था। जिसमें नागपुर विश्वविद्यालय और रामटेक स्थित संस्कृत विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, शिक्षकों, कर्मचारियों व संबंधित वर्गों की शिकायतों पर सुनवाई की गई। शिक्षामंत्री का दावा है कि, उन्होंने शुक्रवार को कुल 2272 आवेदनों में से 1617 आवेदनों पर सकारात्मक फैसले लिए हैं। जिसमें पेंशन, चिकित्सा प्रतिपूर्ति, अनुकंपा नियुक्ति, 7वां वेतन आयोग से जुड़े फैसले शामिल थे। 

दरबार देर से शुरू होने पर हुआ हंगामा
वैसे तो यह जनता दरबार दोपहर 12 बजे से शुरू होना था, लेकिन यह दो बजे शुरू हुआ। जिसके चलते कार्यक्रम की शुरुआत में उपस्थितों ने नाराजगी जताई। सभागृह में मौजूद लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। माहौल बिगड़ता देख कार्यक्रम तुरंत शुरू किया गया। सामंत के कहने पर स्वागत समारोह रद्द कर सीधे शिकायतों पर सुनवाई शुरू हुई। कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग भी नजर नहीं आई।
 

Created On :   6 Feb 2021 4:26 PM IST

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