किसानों को दिया जा रहा अनुपयोगी बीज, भारतीय किसान संघ का आरोप

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
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किसानों को दिया जा रहा अनुपयोगी बीज, भारतीय किसान संघ का आरोप

डिजिटल डेस्क, शहडोल। भारतीय किसान संघ ने आरोप लगाया है कि किसानों को अनुपयोगी बीजों का वितरण किया जा रहा है। संघ का कहना है कि किसान कल्याण तथा कृषि विभाग ऐसे बीजों का वितरण कर रहे हैंंं, जो जलवायु के हिसाब से बिल्कुल उपयुक्त नहीं है। इस संबंध में भारतीय किसान संघ की जिला ईकाई ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए अन्नपूर्णा योजना के तहत कराए जा रहे बीज का वितरण बंद कराने की मांग की है।

संघ के अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह ने बताया कि धान बीज की किस्म सेहरंग-सब-1का वितरण कराया जा रहा है, जो स्थानीय जलवायु के अनुकूल नहीं है। धान की यह किस्म असम जैसे राज्य को ध्यान में रखकर तैयार कराई गई, जिसकी अवधि 153 दिन है। जिले में अधिकतम 135 दिन की अवधि वाली किस्म का उपयोग ही किया जाता है। यदि किसानों ने सेहरंग किस्म का उपयोग किया तो उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। संघ ने आरोप लगाया कि स्थानीय स्तर पर बीज की उपलब्धता के बाद भी बाहर से अनुपयोगी बीज का वितरण किसानों के साथ धोखा है।

कृषि वैज्ञानिक डॉ. मृगेंद्र का कहना है कि जिले में 90 दिन से लेकर 135 दिन की अवधि वाली धान बीज ही उपयुक्त हो सकती है। इससे अधिक की अवधि वाली बीजों का उपयोग नुकसान देय ही होगा। वहीं कृषि उप संचालक जेएस पेंद्राम का कहना है कि शासन की योजना के तहत किसानों को अनुदान देने वाली नई किस्म जिले की जलवायु के अनुरूप शर्त लागू होने के बाद ही मंगाई गई है। किसानों की शंका को देखते हुए कंपनी व शासन से पत्राचार किया जा रहा है।

 

Created On :   14 July 2017 5:02 PM IST

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