लगातार बारिश से अपर वर्धा बांध लबालब, खोलने पड़े तीन दरवाजे

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अमरावती लगातार बारिश से अपर वर्धा बांध लबालब, खोलने पड़े तीन दरवाजे

डिजिटल डेस्क, अमरावती। मोर्शी तहसील में मंगलवार की शाम 5 बजे से झमाझम बारिश शुरू है। मोर्शी से 7 किमी दूरी पर स्थित अपर वर्धा बांध परिसर में लगातार बारिश शुरू रहने से बांध का तेजी से जलस्तर बढ़ गया। इस कारण 13 में से तीन दरवाजे बुधवार शाम 7 बजे 5 सेंमी. तक खोल दिए गए। खबर लिखे जाने तक बांध से 24 दलघमी क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था।  अमरावती जिले के लिए वरदान रहे सिंभोरा के अप्पर वर्धा बांध परिसर में पिछले दो दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है।  इस कारण अप्पर वर्धा जलाशय में मध्यप्रदेश से बहकर आनेवाले जाम नदी, मालू नदी तथा वर्धा नदी मेंं भी बाढ़ की स्थिति रहने से अप्पर वर्धा बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। मौसम विभाग ने अमरावती जिला तथा मोर्शी तहसील में तीन से चार दिन मूसलाधार बारिश होने के मौसम विभाग के पूर्वनुमान के आधार पर मोर्शी के तहसीलदार सागर ढवले ने पहले ही नदी किनारे रहनेवाले नागरिकों को सतर्कता चेतावनी जारी कर रखी थी। इस जलाशय का उच्चतम स्तर 340.27 हंै। बांध 70 फीसदी तक भर गया है। पानी की निकासी के लिए बुधवार को 13 दरवाजे में से 1, 7 और 13 नंबर के दरवाजे खोल दिए गए हैं। 

मोर्शी के उपविभागीय अभियंता नंदागवली गजानन साने परिस्थिति पर नजर रखे हुए हैं। 31 जुलाई तक बांध का जलस्तर 341.18 निर्धारित किया गया है। अप्पर वर्धा बांध विभाग की तरफ से वर्धा नदी के तट पर स्थित गांव को इसके पूर्व ही सतर्कता बरतने की चेतावनी नोटिस दे रखी थी। अमरावती संभाग के पांचों जिले में पांच दिन से लगातार बारिश जारी है। इस कारण तेजी से सभी प्रकल्पों का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। अमरावती जिले के उर्ध्व वर्धा जलाशय में 340.42 मीटर जलसंग्रहण हो गया है।  जिले मेंं बुधवार को हुई लगातार बारिश शुरू है इससे जिले के सभी प्रकल्पों का जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है। प्रशासन ने बाढ़ की स्थिति रहने पर नदी किनारे रहने वाले नागरिकोंं को सतर्कता की चेतावनी दे दी गई थी। बता दें कि शनिवार से लगातार बारिश शुरू रहने से मोर्शी के अपर वर्धा बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है। इस जलाशय मेंं 340.42 मीटर जलसंग्रहण हो गया है। जिसका प्रतिशत 69.55 है। अभी भी आसपास के इलाकोंं में बारिश जारी है।  बारिश अधिक होने पर बांध से पानी छोड़ने का अनुमान है। इस कारण सभी यंत्रणा ने ग्रामवासियों को सतर्क रहने को कहा है। इसके अलावा सपन प्रकल्प में भी 506.70 मीटर जलसंग्रहण हो गया है जिसका प्रतिशत 63.70 है। इस प्रकल्प मेंं भी जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है। जलस्तर बढ़ने के कारण 5 सेंमी तक बांध के 4 दरवाजे खोले गए हैं। संभाग के यवतमाल जिले के पुस प्रकल्प में 390.38 मीटर, अरुणावती में 326.17, बेंबला में 266.15, अकोला जिले के कांटेपूर्णा में 342.21 मीटर, वान प्रकल्प में 398.92 तथा बुलढाणा जिले के नलगंगा प्रकल्प में 289.01 मीटर, पेनटाकली में 555.30 आैर खडकपूर्णा में 517.15 मीटर जलस्तर दर्ज किया गया है।

अमरावती जिले के मध्यम प्रकल्पों के जलस्तर में भी काफी बढ़ोतरी हुई है। शहानूर प्रकल्प में 439.80 मीटर, चंद्रभागा प्रकल्प में 499.00, पूर्णा में 447.35, सपन प्रकल्प में 506.70, पंढरी में 427.77, गर्गा प्रकल्प में 344.50 मीटर, बाेर्डीनाला 359.20 मीटर जलस्तर हो गया है। यवतमाल जिले के अधरपुस प्रकल्प में 304.23 मीटर, सायखेड़ा में 272.50, गोकी में 313.30, वाघाड़ी में 315.65, बोरगांव में 316.30 आैर नवरगांव प्रकल्प में 253.50 मीटर जलस्तर हुआ है। अकोला जिले के निर्गुणा में 384.95, मोर्णा में 361.80, उमा में 339.05, घंुगशी बैरेज में 254.00 मीटर जलस्तर हो गया है। वाशिम जिले के अडान प्रकल्प में 376.85 मीटर, सोनल में 448.90, एकबुर्जी में 144.50, बुलढाणा जिले के ज्ञानगंगा प्रकल्प में 400.55 मीटर, पलढग में 398.90, मस में 322.20, कोराडी में 545.05, मन में 370.65, तोरणा में 402.25 व उतावली प्रकल्प में 366.10 मीटर जलस्तर दर्ज हुआ है।


 

Created On :   14 July 2022 8:58 AM GMT

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