जिला परिषद की आमसभा में बहिष्कार और नारेबाजी के बीच हंगामा

Uproar with boycott and sloganeering in the District Council General Assembly
जिला परिषद की आमसभा में बहिष्कार और नारेबाजी के बीच हंगामा
जिला परिषद की आमसभा में बहिष्कार और नारेबाजी के बीच हंगामा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिला परिषद की आमसभा में सत्तापक्ष और विपक्ष आमने-सामने रहे। सदन में खूब हंगामा हुआ। विविध विषयों पर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तकरार चलती रही। बोलने का मौका नहीं देने पर विपक्ष ने सदन का बहिष्कार किया। सदन के बाहर नारेबाजी भी हुई। सदन में बोलने की अनुमति नहीं देने से नाराज विपक्ष के सदस्यों ने दस्तावेज फेंक कर विरोध जताया। सत्तापक्ष को बेरोक-टोक बोलने की अनुमति देने का आरोप भी लगाया। आवाज दबाने का आरोप लगाते  हुए सदन से बाहर निकल गए। 

आर्सेनिक टैबलेट खरीदी टेंडर रद्द : कोरोना से बचाव के लिए जिला परिषद ने ग्रामीण क्षेत्र में होमियोपैथी औषधि आर्सेनिक टैबलेट वितरण करने का निर्णय लिया था। 80 लाख रुपए का प्रावधान भी किया गया। टेंडर में 3 एजेंसियां शामिल हुईं। दो एजेंसियां टेंडर से बाहर हो गईं। इसमें से एक एजेंसी ने टेंडर प्रक्रिया पर आपत्ति दर्ज कर न्यायालय में याचिका दायर की। न्यायालय में मामला पहुंचने से औषधि वितरण प्रक्रिया लड़खड़ा गई। अंत में टेंडर रद्द कर दिया गया है। विपक्ष ने सत्तापक्ष पर नागरिकों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर नहीं रहने का आरोप लगाया। विपक्ष के आरोप का उपाध्यक्ष तथा स्वास्थ्य समिति सभापति मनोहर कुंभारे ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि न्यायालय का आदेश आने के बाद इस विषय में उचित निर्णय लिया जाएगा।

कृषि कानून का समर्थन-विरोध : सदन की कार्रवाई शुरू होते ही केंद्र सरकार के पारित किए कृषि कानून को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष आमने-सामने आए। सत्तापक्ष कांग्रेस सदस्य अवंतिका लेकुरवाले ने कृषि कानून के विरोध में प्रस्ताव रखा। नेता प्रतिपक्ष भाजपा सदस्य अनिल निधान ने प्रस्ताव का विरोध कर कृषि कानून का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि कृषि उत्पाद की खरीदी-बिक्री में दलाली समाप्त करने के लिए यह कानून बनाया गया है। देश में कृषि कानूनों को किसानों का विरोध नहीं है। कांग्रेस व्यापारियों के हित की रक्षा करने के लिए विरोध में सड़क पर उतरी है। उपाध्यक्ष मनोहर कुंभारे ने निधान के वक्तव्य का पुरजोर विरोध करते हुए कृषि कानून किसानों के हित में नहीं, बल्कि अडानी, अंबानी को लाभ पहुंचाने के लिए पारित किए जाने का विपक्ष पर पलटवार किया। कृषि कानून पर चल रही बहस में राकांपा गटनेता कोल्हे ने राष्ट्रीय राजनीति पर सदन का समय बर्बाद न करते हुए स्थानीय मुद्दों पर चर्चा करने का अनुरोध कर जिला परिषद की सत्ता में सहयोगी कांग्रेस और विपक्षी दल भाजपा सदस्यों की चुटकी ली।

गोदाम निर्माण पर होगा विचार : वनामति सभागृह में हुई आमसभा में हर गांव में किसानों के लिए गोदाम बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया था। इस विषय पर क्या निर्णय लिया गया, यह प्रश्न राकांपा सदस्य सलील देशमुख ने उठाया। अध्यक्ष ने इस विषय पर एमआरईजीएस से गोदाम का निर्माण करने पर विचार किया जाएगा। इस संबंध में सभी दलों के गुटनेताओं की बैठक कर उचित निर्णय लेने का सदन को भरोसा दिलाया। ग्रामीण रास्तों के निर्माण पर भी देशमुख ने सदन का ध्यान आकर्षित किया। मनपा तथा विधानमंडल की तर्ज पर सदन के सभी दलों के लिए स्वतंत्र कक्ष उपलब्ध कराने की उन्होंने मांग की।

मानधन प्रस्ताव खारिज : मानधन के प्रस्ताव को सत्तापक्ष का विरोधसांसदों, विधायकों को देय वेतन की तर्ज पर जिला परिषद सदस्यों को मानधन देने का विपक्ष के सदस्य ने प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव का सत्तापक्ष 

Created On :   23 Jan 2021 4:34 PM IST

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