- Dainik Bhaskar Hindi
- State
- urban body will not be able to apply entertainment tax more than 20 percent
दैनिक भास्कर हिंदी: अब नगरीय निकाय 20 प्रतिशत से अधिक मनोरंजन कर नहीं लगा पाएंगे

हाईलाइट
- अब अपने क्षेत्र में सिनेमा हाल मनोरंजन कर लगा सकेंगी।
- यह मनोरंजन कर कुल टर्न ओवर का बीस प्रतिशत से अधिक नहीं हो सकेगा।
- इन नियमों को मप्र नगरपालिका मनोरंजन एवं आमोद कर नियम 2018 नाम दिया गया है।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश में स्थित 386 नगरीय निकाय, जिनमें 16 नगर निगम, 98 नगर पालिकायें एवं 272 नगर परिषदें शामिल हैं, अब अपने क्षेत्र में सिनेमा हाल, केबल आपरेटर्स, डीटीएच सेवा प्रदाता, टेलीकाम आपरेटर्स और ऐसी प्रदर्शनी-मनोविनोद-खेल-क्रीड़ा जिनमें व्यक्तियों को प्रवेश दिया जाता है, पर मनोरंजन कर लगा सकेंगी, लेकिन यह मनोरंजन कर कुल टर्न ओवर का बीस प्रतिशत से अधिक नहीं हो सकेगा। इसके लिये राज्य सरकार ने नियम जारी कर उन्हें प्रभावशील कर दिया है। इन नियमों को मप्र नगरपालिका मनोरंजन एवं आमोद कर नियम 2018 नाम दिया गया है।
बता दें कि राज्य सरकार ने नगरीय निकायों की आय बढ़ाने और केंद्र/राज्य सरकार के अनुदान पर निर्भरता कम करने के लिये गत 3 मई,2018 को मप्र नगरपालिका विधि द्वितीय संशोधन अध्यादेश 2018 जारी किया गया था। यह अध्यादेश सिर्फ छह माह तक ही प्रभावी रह सकता था। इसलिये राज्य सरकार ने विधानसभा के वर्षाकालीन सत्र में इसे विधेयक के रुप में पेश किया जो 25 जून,2018 को पारित हो गया। अब राज्य सरकार ने इसके नियम बना दिये हैं, जिससे इस पर अब नगरीय निकाय अमल करने के लिये सशक्त हो गये हैं।
कराना होगा एक माह में रजिस्ट्रेशन
अब सभी नगरीय निकायों में मनोरंजन एवं आमोद प्रदान करने वाले व्यक्तियों को तीस दिनों के अंदर संबंधित नगरीय निकाय के कार्यालय में जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। नगरीय निकायों में मनोरंजन एवं आमोद प्रदान करने वाले जिस व्यक्ति का टर्न ओर गये साल 50 हजार रुपये से अधिक है, उस पर ही यह कर लगेगा। लेकिन प्रदर्शनी, सर्कस, संगीत कार्यक्रम, खेल प्रतियोगिताओं, स्टेज प्रस्तुतीकरण और इसी भांति के किसी स्थानीय क्षेत्र में मनोरंजन या आमोद उपलब्ध कराने के व्यवसाय पर टर्न ओवर के स्थान पर व्यवसाय प्रारंभ करने की तारीख से कर लगाया जा सकेगा तथा इन पर संबंधित नगरीय निकाय की परिषद अपने हिसाब से कर की दर तय कर सकेगी। राज्य सरकार को नियमों में अधिकार दिया गया है कि वह मनोरंजन एवं आमोद प्रदान करने वाले किसी व्यक्ति को इस कर के भुगतान से छूट प्रदान कर सके।
कर का भुगतान ऐसे होगा
नियमों में कर के भुगतान की व्यवस्था भी दी गई है। यह चालान द्वारा नगरीय निकाय के खाते में जमा की जा सकेगी या इंटरनेट के माध्यम से भुगतान की जायेगी जिसकी ई-रसीद मिलेगी। जो रजिस्ट्रीकृत व्यक्ति सामान्यत: 15 हजार रुपये प्रति तिमाही या 60 हजार रुपये प्रतिवर्ष या अधिक कर के भुगतान का दायी है, वह तिमाही के प्रथम और द्वितीय माह के लिये कर माह के अवसान के दस दिन के भीतर भुगतान करेगा और कर की शेष रकम को उस तिमाही की विवरणी फाइल करने की अंतिम तारीख पर या उससे पूर्व भुगतान करेगा।
अपील की व्यवस्था
नियमों में नगरीय निकाय के किसी आदेश से व्यथित होने पर रजिस्ट्रीकृत व्यक्ति नगर पालिका एवं नगर परिषद के मामले में सिविल जज के समक्ष तथा नगर निगम की दशा में जिला न्यायालय में अपील कर सकेगा। यह अपील तभी की जा सकेगी जबकि व्यक्ति पर अतिशेष कर में से ग्राह्य गई रकम और शेष रकम का 25 प्रतिशत जमा किया जायेगा।
नगरीय प्रशासन संचालनालय, भोपाल के अपर आयुक्त विकास मिश्रा ने मामले में कहा, ‘जीएसटी लागू होने से वर्ष 2011 में बना मप्र विलासिता, मनोरंजन, आमोद एवं विज्ञापन कर अधिनियम निष्प्रभावी हो गया है। नगरीय निकायों को आर्थिक रुप से स्वावलम्बी बनाने के लिये उनकी स्वयं के आय के स्रोत जनरेट करने के लिये उन्हें यह कर लगाने का अधिकार प्रदान किया गया है। रजिस्ट्रेशन एवं कर का भुगतान आनलाईन हो सके, इसके लिये साफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है। फिलहाल तो नगरीय निकाय के कार्यालय में जाकर मेनुअली ही रजिस्ट्रेशन कराना होगा।’
स्वास्थ्य योजना: आरोग्य संजीवनी पॉलिसी खरीदने के 6 फ़ायदे
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आरोग्य संजीवनी नीति का उपयोग निस्संदेह कोई भी व्यक्ति कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह बिल्कुल सस्ती है और फिर भी आवेदकों के लिए कई गुण प्रदान करती है। यह रुपये से लेकर चिकित्सा व्यय को कवर करने में सक्षम है। 5 लाख से 10 लाख। साथ ही, आप लचीले तंत्र के साथ अपनी सुविधा के आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं। आप ऑफ़लाइन संस्थानों की यात्रा किए बिना पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन कर सकते हैं। आरोग्य संजीवनी नीति सामान्य के साथ-साथ नए जमाने की उपचार सेवाओं को भी कवर करने के लिए लागू है। इसलिए, यह निस्संदेह आज की सबसे अच्छी स्वास्थ्य योजनाओं में से एक है।
• लचीला
लचीलापन एक बहुत ही बेहतर पहलू है जिसकी किसी भी प्रकार की बाजार संरचना में मांग की जाती है। आरोग्य संजीवनी पॉलिसी ग्राहक को अत्यधिक लचीलापन प्रदान करती है। व्यक्ति अपने लचीलेपन के आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकता है। इसके अलावा, ग्राहक पॉलिसी के कवरेज को विभिन्न पारिवारिक संबंधों तक बढ़ा सकता है।
• नो-क्लेम बोनस
यदि आप पॉलिसी अवधि के दौरान कोई दावा नहीं करते हैं तो आरोग्य संजीवनी पॉलिसी नो-क्लेम बोनस की सुविधा देती है। उस स्थिति में यह बोनस आपके लिए 5% तक बढ़ा दिया जाता है। आपके द्वारा बनाया गया पॉलिसी प्रीमियम यहां आधार के रूप में कार्य करता है और इसके ऊपर यह बोनस छूट के रूप में उपलब्ध है।
• सादगी
ग्राहक के लिए आरोग्य संजीवनी पॉलिसी को संभालना बहुत आसान है। इसमें समान कवरेज शामिल है और इसमें ग्राहक के अनुकूल विशेषताएं हैं। इस पॉलिसी के नियम और शर्तों को समझने में आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। इससे पॉलिसी खरीदना आसान काम हो जाता है।
• अक्षय
आरोग्य संजीवनी स्वास्थ्य नीति की वैधता अवधि 1 वर्ष है। इसलिए, यह आपके लिए अपनी पसंद का निर्णय लेने के लिए विभिन्न विकल्प खोलता है। आप या तो प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं या योजना को नवीनीकृत कर सकते हैं। अंत में, आप चाहें तो योजना को बंद भी कर सकते हैं।
• व्यापक कवरेज
यदि कोई व्यक्ति आरोग्य संजीवनी पॉलिसी के साथ खुद को पंजीकृत करता है तो वह लंबा कवरेज प्राप्त कर सकता है। यह वास्तव में स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों से संबंधित बहुत सारे खर्चों को कवर करता है। इसमें दंत चिकित्सा उपचार, अस्पताल में भर्ती होने के खर्च आदि शामिल हैं। अस्पताल में भर्ती होने से पहले से लेकर अस्पताल में भर्ती होने के बाद तक के सभी खर्च इस पॉलिसी द्वारा कवर किए जाते हैं। इसलिए, यह नीति कई प्रकार के चिकित्सा व्ययों के खिलाफ वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में एक समग्र दृष्टिकोण है।
• बजट के अनुकूल
आरोग्य संजीवनी स्वास्थ्य योजना एक व्यक्ति के लिए बिल्कुल सस्ती है। यदि आप सीमित कवरेज के लिए आवेदन करते हैं तो कीमत बिल्कुल वाजिब है। इसलिए, जरूरत पड़ने पर आप अपने लिए एक अच्छी गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य देखभाल का विकल्प प्राप्त कर सकते हैं।
निष्कर्ष
आरोग्य संजीवनी नीति समझने में बहुत ही सरल नीति है और उपरोक्त लाभों के अलावा अन्य लाभ भी प्रदान करती है। सभी सामान्य बीमा कंपनियां ग्राहकों को यह पॉलिसी सुविधा प्रदान करने के लिए बाध्य हैं। हालांकि, यह सरकार द्वारा प्रायोजित नहीं है और ग्राहक को इस पॉलिसी की सेवाएं प्राप्त करने के लिए भुगतान करना होगा। इसके अलावा, अगर वह स्वस्थ जीवन शैली का पालन करता है और उसे पहले से कोई मेडिकल समस्या नहीं है, तो उसे इस पॉलिसी को खरीदने से पहले मेडिकल टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है। हालाँकि, इस नीति के लिए आवेदन करते समय केवल नीति निर्माताओं को ही सच्चाई का उत्तर देने का प्रयास करें।
SSC MTS Cut Off 2023: जानें SSC MTS Tier -1 कटऑफ और पिछले वर्ष का कटऑफ
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कर्मचारी चयन आयोग (SSC) भारत में केंद्रीय सरकारी नौकरियों की मुख्य भर्तियों हेतु अधिसूचना तथा भर्तियों हेतु परीक्षा का आयोजन करता रहा है। हाल ही में एसएससी ने SSC MTS और हवलदार के लिए अधिसूचना जारी किया है तथा इस भर्ती हेतु ऑनलाइन आवेदन भी 18 जनवरी 2023 से शुरू हो चुके हैं और यह ऑनलाइन आवेदन 17 फरवरी 2023 तक जारी रहने वाला है। आवेदन के बाद परीक्षा होगी तथा उसके बाद सरकारी रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।
एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु परीक्षा दो चरणों (टियर-1 और टियर-2) में आयोग के द्वारा आयोजित की जाती है। इस वर्ष आयोग ने Sarkari Job एसएससी एमटीएस भर्ती के तहत कुल 12523 पदों (हवलदार हेतु 529 पद) पर अधिसूचना जारी किया है लेकिन आयोग के द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार भर्ती संख्या अभी अनिश्चित मानी जा सकती है। आयोग के द्वारा एसएससी एमटीएस भर्ती टियर -1 परीक्षा अप्रैल 2023 में आयोजित की जा सकती है और इस भर्ती परीक्षा हेतु SSC MTS Syllabus भी जारी कर दिया गया है।
SSC MTS Tier 1 Cut Off 2023 क्या रह सकता है?
एसएससी एमटीएस कटऑफ को पदों की संख्या तथा आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या प्रभवित करती रही है। पिछले वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष भर्ती पदों में वृद्धि की गई है और संभवतः इस वर्ष आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है तथा इन कारणों से SSC MTS Cut Off 2023 बढ़ सकता है लेकिन यह उम्मीदवार के वर्ग तथा प्रदेश के ऊपर निर्भर करता है। हालांकि आयोग के द्वारा भर्ती पदों की संख्या अभी तक सुनिश्चित नहीं कि गई है।
SSC MTS Tier 1 Expected Cut Off 2023
हम आपको नीचे दिए गए टेबल के माध्यम से वर्ग के अनुसार SSC MTS Expected Cut Off 2023 के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 100-110
• ओबीसी 95 -100
• एससी 90-100
• एससी 80-87
• पुर्व सैनिक 40-50
• विकलांग 91-95
• श्रवण विकलांग 45-50
• नेत्रहीन 75-80
SSC MTS Cut Off 2023 – वर्ग के अनुसार पिछले वर्ष का कटऑफ
उम्मीदवार एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु पिछले वर्षों के कटऑफ को देखकर SSC MTS Cut Off 2023 का अनुमान लगा सकते हैं। इसलिए हम आपको उम्मीदवार के वर्गों के अनुसार SSC MTS Previous Year cutoff के बारे में निम्नलिखित टेबल के माध्यम से बताने जा रहे हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 110.50
• ओबीसी 101
• एससी 100.50
• एससी 87
• पुर्व सैनिक 49.50
• विकलांग 93
• श्रवण विकलांग 49
• नेत्रहीन 76
SSC MTS के पदों का विवरण
इस भर्ती अभियान के तहत कुल 11994 मल्टीटास्किंग और 529 हवलदार के पदों को भरा जाएगा। योग्यता की बात करें तो MTS के लिए उम्मीदवार को भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 10वीं उत्तीर्ण होना चाहिए। इसके अलावा हवलदार के पद के लिए शैक्षणिक योग्यता यही है।
ऐसे में परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए यह बेहद ही जरूरी है, कि परीक्षा की तैयारी बेहतर ढंग से करें और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करें।
रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय: वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का पहला मैच रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने 4 रनों से जीत लिया
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के स्पोर्ट ऑफिसर श्री सतीश अहिरवार ने बताया कि राजस्थान के सीकर में वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का आज पहला मैच आरएनटीयू ने 4 रनों से जीत लिया। आज आरएनटीयू विरुद्ध जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर के मध्य मुकाबला हुआ। आरएनटीयू ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। आरएनटीयू के बल्लेबाज अनुज ने 24 बॉल पर 20 रन, सागर ने 12 गेंद पर 17 रन और नवीन ने 17 गेंद पर 23 रन की मदद से 17 ओवर में 95 रन का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करने उतरी जीवाजी यूनिवर्सिटी की टीम निर्धारित 20 ओवर में 91 रन ही बना सकी। आरएनटीयू के गेंदबाज दीपक चौहान ने 4 ओवर में 14 रन देकर 3 विकेट, संजय मानिक ने 4 ओवर में 15 रन देकर 2 विकेट और विशाल ने 3 ओवर में 27 रन देकर 2 विकेट झटके। मैन ऑफ द मैच आरएनटीयू के दीपक चौहान को दिया गया। आरएनटीयू के टीम के कोच नितिन धवन और मैनेजर राहुल शिंदे की अगुवाई में टीम अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ब्रह्म प्रकाश पेठिया, कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने खिलाड़ियों को जीत की बधाई और अगले मैच की शुभकामनाएं दीं।
खबरें और भी हैं...
दैनिक भास्कर हिंदी: भोपाल: सिरफिरे आशिक ने 12 घंटों तक बनाए रखा मॉडल को बंधक, देर शाम बचाया गया
दैनिक भास्कर हिंदी: सुब्रोतो मुखर्जी फुटबाल प्रतियोगिता : भोपाल-इंदौर का रहा दबदबा, जबलपुर बना उपविजेता
दैनिक भास्कर हिंदी: अधिकारियों के रवैये से नाराज होकर खुद ही पानी में धरने पर बैठे भोपाल मेयर
दैनिक भास्कर हिंदी: राज्य स्तरीय सुब्रतो फुटबॉल टूर्नामेंट में उज्जैन, इंदौर, जबलपुर, भोपाल का जबरदस्त प्रदर्शन