खाली पड़ी जमीनों ने बढ़ाया सिरदर्द, वारिसदारों को तलाश रहा प्रशासन

Vacant lands increased headache, administration is looking for heirs
खाली पड़ी जमीनों ने बढ़ाया सिरदर्द, वारिसदारों को तलाश रहा प्रशासन
नगर रचना विभाग को नहीं जानकारी खाली पड़ी जमीनों ने बढ़ाया सिरदर्द, वारिसदारों को तलाश रहा प्रशासन

डिजिटल डेस्क,अमरावती।  नए वर्ष की शुरुआत के साथ ही स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 की प्रक्रिया भी स्थानीय प्रशासन द्वारा आरंभ की गई। इसी प्रक्रिया के दौरान संपूर्ण शहर में गंदगी से भरे स्थानों की जानकारी एकत्रित करते समय मनपा क्षेत्र में कुल 863 ऐसे प्लॉट चिह्नित किए गए हैं, जहां बड़े पैमाने पर आसपास के नागरिकों ने कूड़ा फेंका है। यह खुले प्लॉट शहर के साफसुथरे क्षेत्रों में मिनी कंपोस्ट डिपो बने दिखाई देने लगेे हैं, लेकिन विशेष बात यह है कि, खुली जमीनों का टैक्स जमा करने वाले मनपा की नगररचना विभाग के पास जानकारी नहीं है कि, इन 863 खुली जमीनों का मालिक कौन है।

मनपा प्रशासन द्वारा सार्वजनिक स्थानों तथा िरहायशी क्षेत्रों, सड़कों की सफाई रोजाना की जाती है, लेकिन खुले प्लॉट पर जमा होने वाले कूड़े-कचरे को साफ करने का िजम्मा संबंधित संपत्ति धारक पर होता है। ऐसे में यदि मनपा यहां पड़े कचरे को उठाती है तो, उसके एेवज में संबंाधित से खर्च चुकाने को कहा जाता है। मनपा इन खाली जमीनों को गंदगी मुक्त करने के लिए संपत्ति धारकों से संपर्क करने का प्रयास कर रही है, लेकिन मनपा के पास बस्तियों से जुड़े पुराने कागजात उपलब्ध न होने की वजह से पिछले एक माह से यह प्रक्रिया अधर में पड़ी दिखाई दे रही है। न केवल खुले प्लॉट के मालिकों की जानकारी प्राप्त करने में प्रशासन के पसीने छूट रहे हंै, बल्कि संबंधित ले-आउट की संपूर्ण जानकारी भी मनपा के नगर रचना कार्यालय में मौजूद नहीं है। पिछले एक माह से चार कर्मचारी इसी काम पर लगाए गए हैं। जो रोजाना कम्प्युटर में मौजूद जानकारियों को खंगालने के साथ ही पुरानी फाईलों की जांच कर रहे हैं। लेकिन संपत्ति धारकों की कोई सूचना प्रशासन को प्राप्त होती दिखाई नहीं दे रही है। 


 

Created On :   16 March 2022 2:37 PM IST

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