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विदर्भ साहित्य संघ के शताब्दी वर्ष पर विविध आयोजन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। आजादी से पहले 14 जनवरी 1923 को अमरावती शहर में विदर्भ साहित्य संघ की स्थापना हुई थी। 14 जनवरी 2023 को 100 साल पूरे होंगे। इस उपलक्ष्य में सालभर विविध साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन किए जाएंगे। 1950 में मुख्यालय नागपुर में स्थानांतरित किया गया। शुरुआत से ही विदर्भ साहित्य संघ निरंतर साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है।
विदर्भ साहित्य संघ के कार्याध्यक्ष डॉ. रवींद्र शोभणे ने बताया कि शताब्दी वर्ष के अवसर पर दलित साहित्यकार शरणकुमार निंबाले, कन्नड़ साहित्यकार डॉ. एस.एल. भैरप्पा, राजहंस प्रकाशन के संचालक दिलीप माजगांवकर आदि काे आमंत्रित किया गया। उनका साक्षात्कार लेकर उनके अनुभव, साहित्यक गतिविधियां, विविध विषयों पर लेखन का महत्व, पुराने और नए बदलाव आदि विषयों पर चर्चा की गई। विदर्भ साहित्य संघ की तरफ से इस बार वैदर्भीय कथा, कविता, इतिहास, वर्हाडी बोली भाषा व इतिहास, झाड़ी बोली भाषा व इतिहास आदि विषयों पर पांच पुस्तकों का प्रकाशन किया जा रहा है।
5 व 6 नवंबर को अकोला में राज्य स्तरीय युवा साहित्य सम्मेलन होगा। राज्य स्तरीय लेखिका सम्मेलन आयोजित करने पर विचार विमर्श शुरू है। 96वां अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन का आयोजन वर्धा में किया जाएगा। 100 साल पूरे होने के अवसर पर 3 चित्र प्रदर्शनियों के माध्यम से साहित्यिक गतिविधियों को प्रस्तुत किया गया। जुलाई 2023 तक विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
कवि अशोक वाजपेयी का साक्षात्कार आज
विदर्भ साहित्य संघ द्वारा देशभर के विविध भाषाओं के साहित्यकारों व विचारकों को आमंत्रित किया जाता है। इसी कड़ी में शनिवार, 23 अगस्त को हिंदी भाषा के प्रख्यात कवि अशोक वाजपेयी को आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम शाम 6 बजे सांस्कृतिक संकुल, चौथा माला, झांसी रानी चौक, सीताबर्डी स्थित विदर्भ साहित्य संघ के अमेय दालन में होगा। कार्यक्रम में वाजपेयी अपनी चुनिंदा कविताएं प्रस्तुत करेंगे। दैनिक भास्कर के समूह संपादक प्रकाश दुबे उनका साक्षात्कार लेंगे।
Created On :   13 Aug 2022 9:52 AM IST