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सरकारी अस्पतालों में वेंटिलेटर बेड खाली नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना मरीजों के लिए शहर के सरकारी अस्पतालों में एक भी बेड खाली नहीं है। सोमवार की रात 8.30 बजे पोर्टल पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार केवल एक वेंटिलेटर निजी अस्पताल में उपलब्ध था। शहर के किसी भी सरकारी अस्पताल में अब भी वेंटिलेटर बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। इससे निजी अस्पतालों में मरीजों से लूट मची हुई है।
मेडिकल में केवल एक आईसीयू बेड खाली : शहर के 12 सरकारी व 141 निजी अस्पतालों में कुल 4220 ऑक्सीजन बेड, 2187 आईसीयू बेड व 579 वेंटिलेटर बेड हैं। सोमवार की रात 8.30 बजे केवल एक वेंटिलेटर बेड उपलब्ध था। यह बेड भी निजी अस्पताल में था। सरकारी अस्पताल के सारे बेड फुल थे। इसके अलावा 57 आईसीयू बेड खाली थे। इनमें से 56 बेड निजी अस्पताल में खाली थे। मेडिकल में एक आईसीयू बेड खाली बताया जा रहा था। ऑक्सीजन बेड की स्थिति सामान्य थी। 488 ऑक्सीजन बेड उपलब्ध होने की जानकारी पोर्टल पर दी गई थी। इनमें से मेडिकल में 67, मेयो में 2 ऑक्सीजन बेड खाली थे। वहीं 419 ऑक्सीजन बेड निजी अस्पतालों में खाली थे।
तीसरी लहर में चार गुना तक बेड बढ़ाने की जरूरत : सरकारी अस्पतालों में बेड की यह स्थिति होने से मरीजों को मजबूरी में निजी अस्पतालों की दौड़ लगानी पड़ रही है। जब संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ने लगा था, उस समय और अब भी आईसीयू व वेेंटिलेटर के लिए मारामारी मची है। सूत्रों के अनुसार अभी दूसरी लहर में शहर की स्वास्थ सेवा चरमरा गई है। संक्रमितों व मृतकों का आंकड़ा घटने से थोड़ी राहत मिली है, लेकिन अभी तीसरी लहर की चर्चा से माहौल गर्म है। वर्तमान में आईसीयू और वेंटिलेटर्स बेड की जितनी संख्या है, उसे चार गुना तक बढ़ाने की आवश्यकता बताई गई है।
Created On :   11 May 2021 3:16 PM IST