रेप के आरोपी के साथ जिंदगी गुजारने नाबालिग हुई तैयार, बन चुकी है कुंवारी मां

Victim girl is ready to spend her life with accused of rape, nagpur
रेप के आरोपी के साथ जिंदगी गुजारने नाबालिग हुई तैयार, बन चुकी है कुंवारी मां
रेप के आरोपी के साथ जिंदगी गुजारने नाबालिग हुई तैयार, बन चुकी है कुंवारी मां

डिजिटल डेस्क, नागपुर। रेप के आरोपी के साथ जिंदगी गुजारने के लिए पीड़ित युवती तैयार हो गई है। दरअसल युवती आरोपी युवक के बच्चे की कुंवारी मां बन चुकी है।  किशोरी को प्रेम जाल में फंसा कर उससे दुराचार करने के आरोपी युवक की किस्मत का फैसला अब दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थी से होगा। खास बात यह कि किशोरी खुद युवक के साथ रहने के लिए तैयार है। युवक को निचली अदालत ने दुराचार का दोषी मानकर उम्रकैद की सजा सुनाई है। वह इस वक्त नागपुर मध्यवर्ती कारागृह में बंद है। ऐसे में हाईकोर्ट ने पीड़ित युवती, आरोपी की मां और मामले से जुड़े पक्षों के वकीलों को जेल में जाकर मामले में मध्यस्थता करने के आदेश दिए हैं। इस बैठक में बनी सहमति पर कोर्ट में रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। इसके बाद कोर्ट आरोपी को रिहा कर सकता है। आरोपी का नाम राहुल दुरुगवार है और वह सावनेर का निवासी है। आरोपी की ओर से एड.चेतन ठाकुर ने पक्ष रखा। 

यह है मामला
पुलिस में दर्ज मामले के अनुसार, मामला वर्ष 2015 का है। पीड़िता द्वारा पुलिस को शिकायत दी गई कि वह आरोपी से करीब 10 माह पूर्व मिली थी। उन दोनों में प्रेम संबंध बढ़े। दोनों पास आए और वह गर्भवती हो गई। उसने जब इसकी जानकारी आरोपी को दी, तो उसने किशोरी को अबॉर्शन करने को कहा। दोनों मिल कर क्षेत्र के ही एक चिकित्सक के पास भी गए, लेकिन तब तक गर्भ पांच माह के करीब को हो गया था। फिर भी चिकित्सक ने किशोरी को अबॉर्शन कराने के नाम पर कुछ दवाएं दी। वहीं आरोपी और पीड़िता ने क्षेत्र के ही एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल पर जा कर विवाह कर लिया। 

ससुराल वालों ने विरोध किया
आरोपी किशोरी को अपने घर ले आया तो घर वालों ने इसका पुरजोर विरोध किया और किशोरी को बुरा-भला कहा। ऐसे में आरोपी और पीड़िता दोनों पीड़िता के घर आ गए। आरोपी रात भर पीड़िता के घर पर रुका और सुबह चला गया। फिर कई दिनों तक वह लौट कर नहीं आया तो पीड़िता ने परिजनों की मदद से पुलिस में शिकायत की। आरोपी के खिलाफ भादवि 376 और पॉक्सो के तहत मामला दर्ज किया गया। मामले में संबंधित चिकित्सक और आरोपी के घर वालों को मिल कर करीब 12 लोगों पर अपराध दर्ज किए गए। पूर्व में चिकित्सक ने जो अबॉर्शन की दवाएं दी थी उसने काम नहीं किया। निचली अदालत में चली सुनवाई के दौरान पीड़िता ने एक बच्चे को जन्म दिया। 
 

Created On :   20 March 2019 6:12 AM GMT

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