वीडियो विवाद के बाद रिवर मार्च के कार्यक्रम में नहीं पहुंचे सीएम फडणवीस

video dispute: CM Fadnavis did not arrive at River Marchs program
वीडियो विवाद के बाद रिवर मार्च के कार्यक्रम में नहीं पहुंचे सीएम फडणवीस
वीडियो विवाद के बाद रिवर मार्च के कार्यक्रम में नहीं पहुंचे सीएम फडणवीस

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुंबई की नदियों को पुनर्जीवित करने संबंधित वीडियो को लेकर जारी विवाद के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस रविवार को रिवर मार्च के कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। हालांकि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनका पहले से ही इस कार्यक्रम में जाने का कोई प्लान नहीं था। बता दें कि रविवार को दहिसर में नदियों को पुनर्जीवित करने को लेकर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की पत्नी अमृता फडणवीस पहुंची थीं, लेकिन सीएम फडणवीस नहीं पहुंचे। इस पर विपक्ष ने सीएम पर निशाना साधते हुए कहा था कि वीडियो विवाद के चलते सीएम कार्यक्रम में नहीं गए। मुख्यमंत्री ने इसके जवाब में कहा, "मेरा कार्यक्रम में जाने का कोई प्लान नहीं था। हताश हो चुके लोगों ने इसे मुद्दा बनाया है। ऐसे हताश लोगों को जवाब देना भी मुझे उचित नहीं लगता है।"

दहिसर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए भाजपा विधायक राम कदम ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को इस बात की समझ होनी चाहिए कि किन मुद्दों पर राजनीति करें। नदियों की साफ सफाई के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए रिवर मार्च करके मुख्यमंत्री की पत्नी अमृता ने सराहनीय पहल की है। इस बीच प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सावंत ने एक बार फिर से सरकार पर निशाना साधा। सावंत ने कहा कि यदि सरकार चाहती है तो मुझे जेल में डाल दे। लेकिन मैं सरकार को मुश्किलों भरा सवाल पूछता रहूंगा। सावंत ने कहा कि भाजपा मेरे खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दाखिल करने की धमकी दे रही है।

सावंत ने कहा कि भाजपा की यह भूमिका आश्चर्यजनक है। इससे साफ होता है कि सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए किसी भी स्तर तक जा सकती है। सावंत ने कहा, "मेरे द्वारा विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखे पाटील के सरकारी आवास में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पर भाजपा ने सवाल उठाए हैं। इस पर मैं भाजपा से सवाल पूछना चाहूंगा कि विवादित वीडियो की शूटिंग के लिए मुख्यमंत्री के सरकारी आवास वर्षा का इस्तेमाल हुआ है या नहीं। मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर पार्टी की कोर कमेटी की बैठक होती है। इसके अलावा विधान परिषद में विपक्ष के नेता पद पर रहते हुए विनोद तावडे के सरकारी बंगले का उपयोग भाजपा के कई नेताओं ने किया है। तावडे के सरकारी बंगले में भाजपा कार्यालय शुरू कर दिया गया। इस पर भाजपा के नेताओं ने कभी सवाल क्यों नहीं उठाए।"

Created On :   5 March 2018 12:00 AM IST

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