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सड़क किनारे टॉयलेट करते 'जल संरक्षण' मंत्री राम शिंदे का VIDEO वायरल
डिजिटल डेस्क, मुम्बई। महाराष्ट्र के जल संरक्षण मंत्री राम शिंदे का एक वीडियो आज सुर्खियों में है। इस वीडियो में मंत्री राम शिंदे सड़क किनारे खड़े होकर पेशाब करते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को देखकर तो लगता है कि जल संरक्षण मंत्री ने अपनी काम को ज्यादा ही सीरियस ले लिया है। इसलिए वो थोड़ा भी जल व्यर्थ नहीं जाने देना चाहते। महाराष्ट्र में भाजपा सरकार के मंत्री की इस हरकत काफी कॉन्ट्रोवर्सी पैदा कर दी है। सोशल मीडिया पर वीडियो के वायरल होती ही पूरे देश में उनकी इस हरकत की आलोचना की जा रही है। गौरतलब है कि रविवार यानि 19 नवंबर को "वर्ल्ड टॉयलेट डे" मनाया गया। इस दिन खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को खुले में शौचमुक्त बनाने के लिए प्रण ले रहे थे, जिसपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुले में स्वच्छता और खुले में शौच न जाने को लेकर लोगों से अपील की थी। ऐसे में उन्ही की सरकार के मंत्री की ऐसी हरकत स्वच्छ भारत अभियान के सपने को पलीता लगा रही है।
क्या है पूरा मामला!
जानकारी के मुताबिक, ये घटना सोलापुर-बार्शी हाइवे की है, जहां से मंत्री राम शिंदे का काफिला गुजर रहा था। रास्ते में कार रुकी और मंत्री उतरकर सड़क से नीचे खुले में चले गए, जहां उन्होंने टॉयलेट किया। उन्हें ऐसा करता हुआ देखकर पास में मौजूद कुछ लोगों ने इस घटना का वीडियो बना लिया, जो अब वायरल हो गया।
वीडियो वायरल होने के बाद दी सफाई
सड़क किनारे हल्का होने के इस वीडियो के वायरल होते ही जल संरक्षण मंत्री राम शिंदे खुद मीडिया के सामने आ गए हैं और इस घटना को मजबूरी के मत्थे गढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो सरकार के जलयुक्त शिविर स्कीम के लिए पिछले एक महीने से दौरा कर रहे थे और इसके चलते वह काफी बीमार महसूस कर रहे थे। ऐसे में उन्हें जल्दी बाथरूम जाना था, लेकिन बीमार होने के कारण वह टॉयलेट की तलाश नहीं कर पाए और उन्हें खुले में पेशाब करना पड़ा। शिंदे कारजाट जामखेड़ विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक हैं।
ऊंचे स्वर में अलापा विपक्ष
उनके इस जवाब पर बाकि पार्टियों ने जमकर बीजेपी सरकार की स्वच्छ भारत योजना पर सवाल खड़े किए। एनसीपी इस मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों को अनुशासन का पालन करने के लिए कैसे कह सकते हैं, जबकि उनकी खुद की पार्टी के लोग अनुशासनहीन लोगों का एक समूह है"। साथ ही कहा गया कि जब मंत्री जी को शौचायल नहीं मिला तो इससे पता चलता है सत्ता धारी पार्टी का स्वच्छ भारत अभियान कितना सफल हो पाया है।
ये कोई पहला मामला नहीं
बीजेपी सरकार के मंत्री खुद ही सरकारी योजनाओं को धता बता रहे हैं। ये कोई पहला मामला नहीं जब किसी मंत्री ऐसी हरकत करने पर कैमरे में कैद हुआ हो, इससे पहले केंद्रीय कृषि मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता राधामोहन सिंह की खुले में पेशाब किए जाने से संबंधित दो तस्वीरों के सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी। लोगों ने तब भी उनके काम की निंदा करने के साथ ही प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान को लेकर सवाल उठाए थे।
Created On :   20 Nov 2017 6:14 AM GMT