ग्राम पंचायत का अजब कारनामा, बिल्डिंग का 24 रुपए और झोपड़ी का 1798 रुपए टैक्स

village panchayat sent tax  24 for building and 1798 rupees to Hut
ग्राम पंचायत का अजब कारनामा, बिल्डिंग का 24 रुपए और झोपड़ी का 1798 रुपए टैक्स
ग्राम पंचायत का अजब कारनामा, बिल्डिंग का 24 रुपए और झोपड़ी का 1798 रुपए टैक्स

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जीरो माइल से करीब 10 किलोमीटर दूर लोनारा-चक्की खापा गट ग्राम पंचायत में टैक्स वसूली को लेकर अजब-गजब कारनामा उजागर हुआ है। ग्रापं की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगने लगे हैं। गांव में कई कच्चे मकान धारकों से जहां 900 से लेकर 1798 रुपए टैक्स लिया गया। वहीं पक्के मकानों को नाममात्र  24 रुपए से लेकर 280 रुपए टैक्स भेजा गया है। ग्रापं की यह कार्यप्रणाली राज्य सरकार के अधिसूचना का उल्लंघन होने के बाद उपसरपंच राजेंद्र ढेपे व अन्य ने मामले की शिकायत मुंबई ग्राम विकास मंत्रालय में की है। सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचाने के इस खेल में कई बड़ी मछलियों के फंसने की आशंका के बाद मामले को रफा-दफा करने के लिए दिग्गज राजनेताओं के दरबार में पहुंचने की कवायद भी शुरू हो गई हैं।

ऐसे उजागर हुआ मामला
ग्रापं में झोपड़पट्टी निवासी कृष्णा बेले (909 रु.), पुरुषोत्तम पोटोडे (905 रु.), जीजा काकड़े (1,112 रु.) व धनराज पवार को (1798 रु.) रुपए टैक्स भेजा गया। वहीं पक्के मकानधारक श्रीराम शेलके (24 रु.), परसराम गुडधे (56 रु.), ताईबाई सूर्यवंशी के करीब 2538 वर्ग फीट मकान का टैक्स मात्र 277 रुपए भेजे जाने की स्थिति टैक्स प्रणाली में दिखाई दे रही है, जबकि राज्य सरकार द्वारा 31 दिसंबर 2015 को जारी अधिसूचना में टैक्स वसूली के लिए निर्धारित किए गए स्पष्ट निर्देशों का उल्लंघन ग्रापं ने किया है। प्रशासन के आला अधिकारी भ्रष्टाचार पर परदा डाल रहे हैं।

काेराड़ी मार्ग स्थित लोनारा ग्रापं की जनसंख्या तकरीबन 2 हजार के आस-पास है। ग्रापं में 400 से अधिक परिवार झोपड़पट्टी में रहते हैं। इनसे कई साल से टैक्स के नाम पर मनमानी वसूली का सिलसिला जारी था, लेकिन इसमें बिल्डिंग धारकों को राहत दिलाने की जानकारी मिलते ही महाराष्ट्र ग्राम पंचायत अधिनियम की धारा 14 के तहत अविश्वास प्रस्ताव पारित कर सरपंच जगदीश श्रीराम शेलके, ग्रामसेवक एम. एच. शाह, आर.बी. ठाकरे, पदाधिकारी रोशनी गुडधे, कुमंुद जामगडे, निकुंज जामगडे आदि के खिलाफ उपसरपंच ढेपे, पंकज शेल्लारे, रवींद्र चालखोर, धीरज जैस्वाल, योगेश गोतमारे इन्होंने मंत्रालय में शिकायत की है तथा जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

अभी जानकारी नहीं है
आर. बी. ठाकरे, ग्रामसेवक के मुताबिक  मुझसे पहले शहा ग्रामसेवक थे। मुझे ग्रामसेवक का कार्यभार संभाले अभी ज्यादा समय नहीं हुआ है, इसलिए इस मामले में मेरे पास ज्यादा जानकारी नहीं है। 
  
आरोप बेबुनियाद
सरपंच जगदीश शेलके के मुताबिक सरपंच पद पर कायम रहते हुए कोई भ्रष्टाचार नहीं किया। यदि ऐसा होता, तो पिताजी की बीमारी के लिए मुख्यमंत्री सहायता निधि का सहारा लेने की नौबत नहीं आती। लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं।
  
झोपड़पट्टी या कच्चे मकान     - 30 पैसे से 75 पैसे वर्ग फीट (प्रतिवर्ष)।
पत्थर व ईट से बने मकान    - 60 पैसे से 1 रुपया 20 पैसा वर्ग फीट (प्रतिवर्ष)।
पक्के मकान         -75 पैसे से 1 रुपया 50 पैसा वर्ग फीट (प्रतिवर्ष)।
आरसीसी पद्धति वाली इमारत     - 1 रुपया 20 पैसा से 2 रुपए वर्ग फीट (प्रतिवर्ष)।

Created On :   8 Oct 2018 11:47 AM GMT

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