आखरी सफर पर निकला 'विराट', दी गई भावपूर्ण विदाई

Virat came out on the last journey, given a soulful farewell
आखरी सफर पर निकला 'विराट', दी गई भावपूर्ण विदाई
आखरी सफर पर निकला 'विराट', दी गई भावपूर्ण विदाई

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारतीय नौसेना का सेवामुक्त विमानवाहक युद्धपोत विराट शनिवार को अपने आखिरी सफर पर निकला। मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया से विराट को भावुक विदाई दी गई। विराट गुजरात के अलंग के लिए रवाना हुआ जहां उसे तोड़कर कबाड़ के रुप में बेचा जाएगा। 12 मई 1987 को भारतीय नौसेना में शामिल हुआ विराट करीब 30 साल की सेवा के बाद 6 मार्च 2017 को सेवानिवृत्त हुआ था। विराट ने 2258 दिन समुद्र में बिताए। विराट मूल रूप से ब्रिटेन की रॉयल नेवी में एचएमएस हरमेस नामक युद्धपोत था और भारतीय नौसेना में शामिल किए जाने के बाद इसका नाम भारतीय नौसैनिक पोत (आईएनएस) विराट रखा गया था।

विराट 21 नवंबर 1944 को बनना शुरू हुआ था। विराट को संग्रहालय बनाने का प्रयास किया गया था लेकिन वह सफल नहीं हुआ।  अलंग स्थित श्री राम समूह ने इस युद्धपोत के विघटन की जिम्मेदारी ली है। नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी के उच्च क्षमता वाले पोत विराट को समुद्र में खींच कर अलंग ले जा रहे हैं दो दिनों में यह अलंग पहुंच जाएगा। अलंग में पोत का विघटन करने का दुनिया का सबसे बड़ा यार्ड है।   रक्षा मंत्रालय की ओर से किए गए ट्वीट में लिखा गया कि एक युग का अंत भारतीय नौसेना के इतिहास का गौरवशाली अध्याय। युद्धपोत मुंबई से अपनी अंतिम यात्रा के लिए निकल रहा है। पुराने पोत कभी मरते नहीं। वे अमर होते हैं। विराट के अलावा भारतीय नौसेना के एक अन्य विमानवाहक युद्धपोत विक्रांत को भी संग्रहालय बनाने की कोशिश हुई लेकिन वह सफल नहीं हो सकी।

आंकड़ों में विराट

-21 नवंबर 1944 को बनना शुरू हुआ।
-एचएमएस हर्मीस नाम से यह 18 नवंबर 1959 से 6 अप्रैल 1984 को ब्रिटिश रॉयल नेवी का हिस्सा रहा।
-भारतीय नौसेना में 12 मई 1987 में शामिल हुआ।
-6 मार्च 2017 को सेवानिवृत्त हुआ।
-कुल 5 लाख 90 हजार 113 नॉटिकल मील की यात्रा की
-समुद्र में 2258 दिन बिताए।
-227.33 मीटर लंबा, 46.5 चौड़ा, 52.73 मीटर ऊंचा।
-विराट पर 1500 सदस्य और 25 एयरक्राफ्ट तैनात रहते थे। 

Created On :   19 Sept 2020 7:19 PM IST

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