सरकार जगाओ, व्यापार बचाओ : कार व बाइक रैली निकालकर व्यापारी रास्ते पर उतरे

Wake up the government, save business: Traders took out car and bike rally and landed on the way
सरकार जगाओ, व्यापार बचाओ : कार व बाइक रैली निकालकर व्यापारी रास्ते पर उतरे
सरकार जगाओ, व्यापार बचाओ : कार व बाइक रैली निकालकर व्यापारी रास्ते पर उतरे

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  कोरोना के कारण बाजार पर लगाए गए प्रतिबंध के विरोध में लगातार दूसरे दिन सरकार के खिलाफा व्यापारियों का गुस्सा फूटा। व्यापारियों ने विशाल कार और बाइक रैली निकालकर सरकार की नीतियों का विरोध किया। ‘सरकार जगाओ, वाणिज्य बचाओ’ संघर्ष समिति के बैनर तले शहर के सभी व्यापारी संगठन इस रैली में शामिल हुए। मंगलवार को दोपहर 1 बजे हिस्लॉप कॉलेज के पास से रैली शुरू हुई। शंकर नगर, झांसी रानी चौक होती हुई रैली ग्रेट नाग रोड पहुंची। इसके बाद जगनाड़े चौक, गंगाबाई घाट, टेलीफोन एक्सचेंज चौक होती हुई यह रैली मेयो हॉस्पिटल चौक पहुंची। यहां से रेलवे स्टेशन फ्लाइओवर से गुजरने के बाद वेरायटी चौक पर महात्मा गांधी की प्रतिमा को माल्यार्पण कर रैली का समापन हुआ। समिति के सदस्यों ने गांधीजी का आशीर्वाद मांगा व सरकार को सद् बुद्धि की प्रार्थना की।

लेवल-1 के तहत छूट दें : दीपेन
संघर्ष समिति के संयोजक दीपेन अग्रवाल ने कहा कि व्यापार और वाणिज्य के सभी वर्गाें व क्षेत्रों से भारी संख्या में लोग आंदोलन में सहभागी हो रहे हैं। इससे यह पता चलता है कि व्यापारिक समुदाय सरकार द्वारा लगाए गए अतार्किक प्रतिबंधों से तंग आ चुके हैं। लोगों ने सवाल करना शुरू कर दिया है कि क्या प्रशासन ने छोटे व्यवसायियों को मारने का ठेका लिया हैं। सरकार को व्यापारिक समुदाय के लिए राहत पैकेज की घोषणा करनी चाहिए तथा 4 जून के अपने आदेश का पालन करते हुए, नागपुर में लेवल-1 के तहत छूट देनी चाहिए।

सरकार रवैया बदले : कामदार
सह संयोजक दिलीप कामदार ने कहा कि जिस प्रकार भारतीय पौराणिक कथाओं में राक्षस राजा कुंभकरण को अपने छः महीनों की नींद से बाहर आने के लिए मजबूर किया गया था, उसी प्रकार अब व्यापारी समुदाय ने भी सरकार और प्रशासन को जगाकर, उन्हें आम आदमी के सामने आने वाली कठिनाई के बारे में संवेदनशील बनाने का संकल्प लिया है। सरकार को अपना रवैया बदलना होगा। 

छोटे व मंझोले व्यापारियों के लिए खतरनाक स्थिति : रेणु
सचिव तेजिंदर सिंह रेणु ने कहा कि एक तरफ सरकार पाॅजिटिविटी दर तथा आॅक्सीजन बेड की उपलब्धता के आधार पर प्रत्येक जिले का लाॅकिंग और अनलाॅकिंग के लिए आॅटो-पायलट मोड तैयार करती हैं। वहीं दूसरी ओर प्रशासन हर स्तर पर वैज्ञानिक निर्देशों को लागू करने से इनकार करता हैं तथा सरकार एक बहरे व गूंगे व्यक्ति की तरह तमाशा देखती है। वर्तमान स्थिति छोटे व मंझले व्यापारियों, सेवा प्रदाताओं के लिए  खतरनाक है। 

यह रहे उपस्थित : रैली का समन्वय दिनेश नायडू ने किया। विनय धर्माधिकारी ने समिति सदस्यों के साथ रैली की सफलता के लिए मेहनत की। रैली में प्रमुखता से एनवीसीसी के अध्यक्ष अश्विन मेहाड़िया, सचिव रामअवतार तोतला, एनसीसीएल के अध्यक्ष विष्णु पचेरीवाला, सचिव तरुण निर्बाण, समीर अग्रवाल, प्रकाश अग्रवाल, मनीश जेजानी, राजेश लखोटिया, संजय के. अग्रवाल, भवानी शंकर दवे, सचिन पुनियानी, नटवर पटेल, दिनेश सारडा, अशोक संघवी, विनय तलमले, राजीव जायसवाल, संजय काले, आशीष देशमुख, उदय ढोमने, सुनील भाटिया, अर्जुनदास आहुजा, नीरज अग्रवाल, अभिनव ठाकुर, दीपक खुराना, सचिन इंकाने, ऋषि तुली, शारिक हफीज, सुनील राऊत, दर्शन पांडे, अंगद अरोरा, मंदीप सिंह पदम, अमित हरिंदर बेम्बी, प्रकाश त्रिवेदी, विनोद त्रिवेदी, तरुण मोटवानी, विशाल जायसवाल, शरद अग्रवाल, ब्रिजेश खेमुका, राजेश अग्रवाल, प्रो. रजनीकांत बोन्द्रे, प्रो. सूरज अय्यर, प्रो. पणिनी तेलंग व अन्य उपस्थित थे।

नागपुर में पाबंदियों में छूट के लिए फडणवीस ने सीएम को लिखा पत्र
विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में कोरोना की पाबंदियों को शिथिल करने की मांग मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से की है। उन्होंने राज्य के अन्य कोरोना के कम मरीजों वाले इलाकों में भी राहत देने का आग्रह किया है। मुंबई ब्यूरो के अनुसार, मंगलवार को फडणवीस ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा कि नागपुर में कोरोना महामारी के प्रमाण में लक्षणीय रूप से कमी आई है। नागपुर में प्रतिदिन कोरोना के औसतन 5 मिल रहे हैं। पिछले 17 से 27 जुलाई के बीच दस दिनों में 59,948 लोगों की कोरोना जांच हुई है। इसमें 58 लोग ही कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। कोरोना संक्रमण की दर 0.10 प्रतिशत है। ऐसी स्थिति में पूरा नागपुर बंद रखना उचित नहीं है। नागपुर में कोरोना के नियमों की पाबंदियों को शिथिल करने का फैसला तत्काल लिया जाए। फडणवीस ने कहा कि राज्य के जिन इलाकों में कोरोना का प्रमाण बेहद कम है और परिस्थितियों में काफी सुधार हुआ है, उन इलाकों में लागू कठोर पाबंदियों पर दोबारा विचार करते हुए शिथिलता देने की जरूरत है। 

लॉकडाउन से खराब हो रही हालत 
फडणवीस ने कहा कि लगातार लॉकडाउन के कारण छोटे व्यवसायी और दुकानदारों की स्थिति काफी खराब है। होटल का व्यवसाय शाम 4 बजे के बाद शुरू होता है, लेकिन मौजूदा नियमों के अनुसार होटल को 4 बजे बंद करना पड़ता है। व्यवसायियों को राहत देने की जरूरत है, क्योंकि आर्थिक संकट के कारण चंद्रपुर में एक भोजनालय संचालक ने आत्महत्या कर ली है। ठाणे के कल्याण में एक व्यापारी और पालघर के नालासोपारा में एक युवक ने भी आत्महत्या की है।

Created On :   28 July 2021 6:10 AM GMT

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