मेलघाट के रानीगांव के सूखे कुओं में छोड़ा जा रहा पानी

Water being released in dry wells of Ranigaon in Melghat
मेलघाट के रानीगांव के सूखे कुओं में छोड़ा जा रहा पानी
जलसंकट झेल रहे लोग मेलघाट के रानीगांव के सूखे कुओं में छोड़ा जा रहा पानी

डिजिटल डेस्क, धारणी(अमरावती)।  अमरावती जिले के मेलघाट परिसर में पेयजल संकट गहराता जा रहा है। धारणी तहसील के रानीगांव में सूखे कुओं में पानी छोड़ने के बाद ग्रामीणों को इस्तेमाल के लिए उसे निकालने काफी पसीना बहाना पड़ रहा है। ग्रीष्मकाल के मई माह में यह भीषण जल समस्या निर्माण होने से नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।  मेलघाट में दिसंबर, जनवरी माह से ही कुछ गांवों में जलसमस्या निर्माण होती है। धारणी से 35 किमी दूरी पर स्थित रानीगांव में जनवरी माह से जल समस्या निर्माण हुई है।

2100 की आबादीवाले इस गांव में अब ग्रीष्मकाल में तो ग्रामीणों को पानी के लिए काफी पसीना बहाना पड़ रहा है। इस गांव में दो कुएं हैं और दोनों कुएं सूखे पड़े हंै। इस गांव में 7 वर्ष पूर्व 11 किमी की दूरी पर रहनेवाले गोलाईगांव से पानी लाने की व्यवस्था की गई थी। अब 4 किमी दूरी पर स्थित पंजलीगांव से पाइप-लाइन के माध्यम से इन दोनों कुओं में छोड़ा जाता है। ग्रामवासी जब इन कुओं में पानी छोड़ने के बाद उसमें जमा हुआ पानी भरते हंै। पूरा दिन गांव के नागरिक कुएं में पानी आया अथवा नहीं यह देखने के लिए चक्कर काटते रहते हैं। इस गांव में दो स्थानों पर बोअरवेल की खुदाई की गई। लेकिन दोेनों स्थानों पर पानी नहीं मिल पाया। गांव में नल योजना है। लेकिन पानी की सुविधा न रहने से वह भी बंद पड़ी है। ग्रामीणों का कहना है भूजल स्तर बढ़ाने के लिए गांव के निकट तैयार किए गए तालाब का कोई लाभ नहीं  मिल पाया है। 

बारिश के होने के बाद जनवरी के अंतिम सप्ताह तक जलापूर्ति होती रहती है। खेत के कुएं तथा बोअरवेल में पानी न रहने से यहां के किसान फसलों के लिए गांव के कुएं के माध्यम से पानी देते है। इस कारण जल समस्या निर्माण होती है। ग्रीष्मकाल के इस मौसम में कुएं में छोडे जानेवाले पानी का ही इस्तेमाल ग्रामवासी पीने के लिए भी करते है। ऐसी परिस्थिति इस रानीगांव की वर्तमान में है। 

पहाडि़यों के गांव में टैंकर का पहुंचना असंभव
मेलघाट के धारणी तहसील में आनेवाला रानीगांव यह ऊंची पहाड़ी पर होने और यहां घाटी रहने के कारण बाहर से पानी टैंकर की सहायता से लाकर पहुंचाना संभव नहीं है। लगभग 4 किमी घाट का मार्ग रहने से टैंकर की सहायता से इस गांव में जलापूर्ति कर पाना संभव नहीं हो पा रहा है। हर वर्ष ग्रीष्मकाल आने पर धारणी और चिखलदरा तहसील के कुछ गांवों में इसी तरह की भीषण जलसमस्या निर्माण होती है। हर वर्ष भले ही दोनों तहसील में बारिश भरपूर होती रही फिर भी मेलघाट यह पहाड़ी इलाका रहने से पानी तेजी से बह जाता है। इसी कारण यहां जल समस्या निर्माण होती है।

  

Created On :   6 May 2022 1:43 PM IST

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