कोरोना संकट के बीच जलसंकट , भड़की महिला पार्षद

Water crisis in the midst of Corona crisis, female councilor flared up
कोरोना संकट के बीच जलसंकट , भड़की महिला पार्षद
कोरोना संकट के बीच जलसंकट , भड़की महिला पार्षद

डिजिटल डेस्क, नागपुर। भाजपा पार्षद रेखा साकोरे ने पानी की समस्या को लेकर अपने ही पार्टी के पार्षद पिंटू झलके व आेसीडब्ल्यू पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है। पार्षद का दावा है कि हर दिन करीब पौने दो सौ लोग पानी के टैंकर के लिए आते हैं, लेकिन महज 3 टैंकर जलापूर्ति के लिए दिए गए हैं, जो नाकाफी है। तीन साल से समस्या जस की तस बनी हुई है। भाजपा पार्षद रेखा साकोरे का कहना है कि उनके क्षेत्र में जबरदस्त जलसंकट है। हर दिन पौने दो सौ लोग पानी के टैंकर की गुहार लगाते हैं। एक टैंकर दिन में अधिकतम 10 फेरी लगाता है। एक टैंकर तीन परिवारों को जलापूर्ति करता है। इस तरह एक दिन में 90 परिवारों तक टैंकर पहुंचता है आैर बाकी लोग पानी के लिए तरसते रहते हैं।

उन्होंने कहा कि साथी पार्षद पिंटू झलके स्थायी समिति अध्यक्ष व जलप्रदाय समिति के सभापति रहे, लेकिन पानी की समस्या दूर नहीं हो सकी। झलके व आेसीडब्ल्यू को कई बार टैंकर बढ़ाने व पानी का नेटवर्क मजबूत करने को कहा, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई। घर पर पानी के लिए आने वालों को जवाब देना मुश्किल हो गया है। विधायक कृष्णा खोपडे ने व्यथा सुनी। पवनसुतनगर में पानी की टंकी बनाई जा रही है। जब तक यहां से जलापूर्ति नहीं होती, तब तक पार्षद झलके व आेसीडब्ल्यू पानी की किल्लत दूर करने में मदद करें। पार्षद साकाेरे का कहना है कि मनपा व आेसीब्ल्यू अगर पानी की समस्या दूर नहीं करती, तो उन्हें राजनीति में रहने में कोई दिलचस्पी नहीं है।

एरिये में पानी की समस्या है
गर्मी के दिनों में एरिये में पानी की समस्या रहती है। पार्षद साकाेरे के आरोपों पर मुझे कुछ नहीं बोलना। महिला पार्षद ने अपने विचार रखे हैं। किसे क्या बोलना है यह उसका अधिकार है। पानी की समस्या दूर करने के लिए पवनसुतनगर में पानी की टंकी बनाई जा रही है। - पिंटू झलके, भाजपा पार्षद प्रभाग-28.

गर्मी में बढ़ जाती है पानी की मांग
गर्मी में पानी की मांग बढ़ जाने से पानी की समस्या होती है। प्रभाग-28 में 1 घंटे तक जलापूर्ति होती है। पानी की समस्या दूर करने के लिए पवनसुतनगर में पानी की टंकी बन रही है। टंकी का काम पूर्ण होने पर समस्या खत्म हो जाएगी। - सचिन द्रवेकर, जनसंपर्क अधिकारी, आेसीडब्ल्यू

Created On :   2 Jun 2021 9:24 AM GMT

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