जलसंकट से गुस्साई महिलाओं ने अधिकारियों के वाहन की हवा निकाली

water problem: Angry women punctures vehicles of officers in Maharashtra
जलसंकट से गुस्साई महिलाओं ने अधिकारियों के वाहन की हवा निकाली
जलसंकट से गुस्साई महिलाओं ने अधिकारियों के वाहन की हवा निकाली

डिजिटल डेस्क, यवतमाल । सूरज आग उगल रहा है और लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए मोहताज होने की नौबत आन पड़ी है। जल संकट उग्र रूप धारण कर चुका है। शहर के कई हिस्सों में 25  दिन के बाद  नल का पानी आ रहा है।  कुछ जगह एक महिना बीत जाने पर भी पानी न आने से महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा। तुकड़ोजी नगर, प्रभाग 28 की महिलाओं ने महाराष्ट्र जीवन  प्राधिकरण कार्यालय जा धमकीं। महिलाओं ने कार्यकारी इंजिनीयर अजय बेले को खरी-खोटी सुनाते हुए हालात के लिए जिम्मेदार ठहराया। गुस्साई महिलाओं ने  कार्यालय परिसर में खड़े अधिकारियों के वाहनों की हवा निकाल कर रोष व्यक्त किया। पानी की समस्या को लेकर महिलाएं कार्यालय पहुंची तो अधिकारियों की बोलती बंद हो जाती है। इससे पहले बांगर नगर, नारिंगे नगर की महिलाओं ने इसी कार्यालय में तोडफ़ोड़ की थी। जिसके बाद प्रशासन की ओर से शहर में टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है। इस के बावजूद नागरिकों की प्यास बुझाने में प्रशासन असफल रहा है। जिससे दिन ब दिन नागरिकों का संयम छूटता जा रहा है। तुकड़ोजी नगर की महिलाओं ने एक महिने से पानी न मिलने के कारण आज रोष व्यक्त किया। इस समय  संध्या भोयर, छाया सपाट, संगीता चातुरवार, कांता अंबाझरे, अर्चना गिरोलकर, आशा सोनखुसरे, छबू पखाले आदि उपस्थित थी।

मनमाने दर पर बेचा जा रहा टैंकर का पानी
शहर में भारी जलसंकट के चलते कुछ निजी टैंकर चालकों ने मौके का लाभ उठाते हुए 800  से 1 हजार रुपए प्रति टैंकर की दर पर पानी बेचा जा रहा है। ऐसी शिकायतें आ रही है। निजी बोर तथा कुएं से पानी लेकर टैंकर को उंचे दाम पर  बेचा जा रहा है। जिससे जलस्तर घटने से हालात और भी गंभीर होने की आशंका है। कुछ संगठन, सेवा के नाम पर पालिका में पंजीकृत होने के बावजूद पानी बेच रहे हैं। ऐसी शिकायतें हैं। इस पर प्रशासन मौन है। शहर के भोसा, उमरसरा, वडग़ांव आदि परिसर में निजी टैंकरों से  पानी बेच रहे है। 
 

Created On :   25 April 2018 2:41 PM IST

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