गर्मी में नहीं होगा जलसंकट, जलाशयों में है 53.03 प्रतिशत पानी

गर्मी में नहीं होगा जलसंकट, जलाशयों में है 53.03 प्रतिशत पानी
गर्मी में नहीं होगा जलसंकट, जलाशयों में है 53.03 प्रतिशत पानी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना वायरस के संकट के बीच प्रदेशवासियोंको इस बार गर्मी में जलसंकट का सामना नहीं करना पड़ेगा। प्रदेश के जलाशयों में फिलहाल 53.03 प्रतिशत पानी उपलब्ध है। समझा जा रहा है कि  इस बार गर्मी के मौसम में जलसंकट की समस्या नहीं होगी। पिछले साल इस दौरान जलाशयों में केवल 25.37 प्रतिशत पानी उपलब्ध था। जिससे जलसंकट की गंभीर स्थिति पैदा हो गई थी। लेकिन इस बार गर्मी में पिछले साल के मुकाबले जलाशयों में दोगुना पानी उपलब्ध है।

राज्य के सूखा प्रभावित मराठवाड़ा अंचल के जलाशयों में भी अभी भरपूर जलसंचय है। गुरुवार को प्रदेश सरकार के जलसंसाधन विभाग की ओर से यह जानकारी मिली। इसके अनुसार राज्य के छोटे, बड़े और मध्यम मिलाकर कुल 3267 जलाशयों में फिलहाल 29286.52 दलघमी (दस लाख घन मीटर) यानि 53.03 प्रतिशत पानी उपलब्ध है। 

नागपुर विभाग में 54.39 फासदी पानी
नागपुर विभाग के 384 जलाशयों में 54.39 प्रतिशत पानी उपलब्ध है जबकि पिछले साल नागपुर विभाग के जलाशयों में महज 13.76 प्रतिशत पानी था। अमरावती विभाग के 446 जलाशयों में 47.9 प्रतिशत जलभंडारण है। जबकि बीते सालयहां के जलाशयों में 26.91 प्रतिशत पानी उपलब्ध था।

मराठवाडा में 40 प्रतिशत ज्यादा जल
मराठवाड़ा विभाग के 964 जलाशयों में पिछले साल के 5.66 प्रतिशत की तुलना मेंफिलहाल45.93 प्रतिशत पानी उपलब्ध है। नाशिक विभाग के 571 जलाशयों में 54.66 प्रतिशत जलसंचय है। जबकि पिछले साल नाशिक विभाग के जलाशयों में 22.72 प्रतिशत पानी था। पुणे विभाग के जलाशयों में 55.98 प्रतिशत पानी का भंडारण है। वहीं पिछले साल पुणे विभाग के जलाशयों में 34.14 प्रतिशत पानी मौजूद था। कोंकण विभाग के 176 जलाशयों में अभी राज्य भर में सबसे अधिक 59.85 प्रतिशत जलसंचय है। पिछले साल कोंकण विभाग के जलाशयों में 46.75 प्रतिशत पानी की उपलब्धता थी। 
किस जलाशय में कितना पानी 

जलाशय                            जल भंडारण
जायकवाड़ी (औरंगाबाद)         66 प्रतिशत 
गोसीखुर्द (भंडारा)               23.69 प्रतिशत 
बावनथडी (भंडारा)              68.09 प्रतिशत 
इटियाडोह (गोंदिया)              59.71 प्रतिशत   
खिडसी (नागपुर)                16.04 प्रतिशत     
वडगांव (नागपुर)                63.13 प्रतिशत 
तोतलाडोह (नागपुर)             86.08 प्रतिशत 
नांद         (नागपुर)           23.88 प्रतिशत 
कामठी खैरी (नागपुर)            49.07 प्रतिशत              
माजलगांव (बीड़)                59.13 प्रतिशत 
येलदरी    (हिंगोली)              83.41 प्रतिशत 
निम्न मनार (नांदेड़)         20.22 प्रतिशत 
निम्न तेरणा ( उस्मानाबाद)    48.41 प्रतिशत    
निलवंडे -2 (अहमदनगर )     55.02 प्रतिशत 
अर्जुनसागर   (नाशिक)          100 प्रतिशत 
 

Created On :   2 April 2020 5:20 PM IST

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