यह कैसी सुस्ती? डेंगू के मरीजों को देखने नहीं गए मनपा अधिकारी

What kind of sluggishness - Municipal officials not seen to dengue patients
यह कैसी सुस्ती? डेंगू के मरीजों को देखने नहीं गए मनपा अधिकारी
यह कैसी सुस्ती? डेंगू के मरीजों को देखने नहीं गए मनपा अधिकारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महानगर में डेंगू का कहर जारी होने के बावजूद मनपा इसकी रोकथाम के लिए बहुत ज्यादा दिलचस्पी लेती नजर नहीं आ रही है। सीए रोड के एक निजी अस्पताल में 5 से ज्यादा डेंगू के मरीज है। भाजपा पार्षद ने इसकी सूचना स्वास्थ्य अधिकारी काे दी, लेकिन 48 घंटे बाद भी मनपा के अधिकारी अस्पताल नहीं पहुंच सके थे। सीए रोड के एक निजी अस्पताल में डेंगू से पीड़ित छह वर्षीय अन्वेशा अनिल खालगोने का इलाज चल रहा है। अन्वेशा यहां रविवार से भर्ती है। इसके अलावा अन्य 4-5 मरीज यहां डेंगू से पीड़ित है। अनिल खालगोने ने यह सूचना भाजपा पार्षद प्रवीण भिसिकर को दी। पार्षद ने मंगलवार को यह जानकारी स्वास्थ्य अधिकारी डा. प्रदीप दासरवार को दी आैर संबंधित अधिकारियों को मरीजों का हाल जानने की गुजारिश की। गुरुवार शाम तक अस्पताल में मनपा का कोई अधिकारी नहीं पहुंचा था।

यह है प्रक्रिया

डेंगू होने या डेंगू के सिम्टन्स दिखाई देने पर संबंधित अस्पताल को इसकी सूचना मनपा के स्वास्थ्य विभाग को देनी होती है। मरीज का सैंपल भी मनपा के स्वास्थ्य विभाग को देना पड़ता है। मनपा के अधिकारी मरीज का हाल जानने के साथ ही मरीज जिस एरिया में रहता है, वहां डेंगू की रोकथाम के लिए कदम उठाते है। जैसे परिसर में कीटनाशक दवा का छिडकाव करना, फॉगिंग मशीन चलाना, बैनर, पोस्टर लगाना, जनजागृति करना, दवा बांटना आदि किया जाता है। इस अस्पताल में डेंगू के 5 से ज्यादा मरीज है। अब तक न किसी मरीज से संपर्क हुआ न इनके एरिया में डेंगू की रोकथाम के लिए कदम उठाए गए है।

स्वास्थ्य अधिकारी काे सूचित किया

भाजपा पार्षद प्रवीण भिसीकर के मुताबिक डेंगू की रोगी अन्वेशा खालगोने निजी अस्पताल में भर्ती होने की सूचना परिचित से मिली। स्वास्थ्य अधिकारी डा. प्रदीप दासरवार को जानकारी देकर संबंधित रोगी से संपर्क करने की गुजारिश की। 48 घंटे बाद भी मनपा के अधिकारी अस्पताल नहीं पहंुचे, यह दुर्भाग्यपूर्र्ण है। शहर में डेंगू पैर पसार रहा है।

इस साल डेंगू के 105 मरीज

डेंगू की भयावहता का पता इस बात से लगाया जा सकता है कि इस साल अब तक डेंगू के 105 मरीज मनपा की सूची में दर्ज है। यह केवल मनपा की सूची है, जबकि इससे कई ज्यादा लोग डेंगू की चपेट में आ चुके है। डेंगू से एक भी मौत नहीं होने का दावा मनपा कर रही है, जबकि खदान सेवासदन के पास एक किशोर की हाल ही में मैात हुई आैर डेंगू से मौत होने की खबर है। मनपा ने यहां पहुंचकर सच्चाई जानने की कोशिश नहीं की। मनपा की माने तो इस महीने डेंगू के 14 मरीज पाए गए।

अस्पताल से नहीं मिली रिपोर्ट, विजिट करेंगे

मनपा के मलेरिया, फाइलेरिया विभाग की अधिकारी जयश्री थोटे ने बताया कि सीए रोड के इस अस्पताल से डेंगू के मरीज होने की सूचना मनपा को अभी तक नहीं मिली। नियमानुसार अस्पताल ने इसकी सूचना मनपा के स्वास्थ्य विभाग को देनी चाहिए। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम संबंधित मरीजों से संपर्क करती है। शुक्रवार को हमारी टीम संबंधित अस्पताल पहुंचकर मरीजों का हाल जानेगी। रिपोर्ट नहीं भेजने का कारण भी अस्पताल से मांगा जाएगा। डेंगू को हल्के में नहीं लिया जा सकता। डेंगू के इस साल 105 मरीज पाए गए, उसमें इस महीने के 14 मरीज शामिल है।

5 से ज्यादा मरीज

संचालक निजी अस्पताल के मुताबिक डॉ. अनिल जैस्वाल मेरे अस्पताल में डेेंगू व डेंगू के सिम्टन्सवाले 5 से ज्यादा मरीजों का इलाज चल रहा है। डेंगू या इसतरह की बीमारीवाले मरीज की रिपोर्ट व सैंपल मनपा के स्वास्थ्य विभाग को भेजी जाती है। इन मरीजों की रिपोर्ट भी मनपा को भेजी गई है। मनपा के अधिकारी अब तक इन मरीजों से मिलने नहीं पहुंचे। डेंगू की रोकथाम के लिए प्रशासन की तरफ से आैर पुख्ता कदम उठाने की जरूरत है।

Created On :   20 Sept 2018 9:14 PM IST

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