सड़क पर सफेद बाघ की अठखेलियां देख झूम उठे पर्यटक

By seeing White tiger in mukundpur zoo, tourists became happy
सड़क पर सफेद बाघ की अठखेलियां देख झूम उठे पर्यटक
सड़क पर सफेद बाघ की अठखेलियां देख झूम उठे पर्यटक

डिजिटल डेस्क,सतना। दुनिया में अपने तरह के इकलौते व्हाइट टाइगर सफारी मुकुंदपुर के लिए मंगलवार का दिन कुछ खास रहा। इस दिन सुबह जो भी पर्यटक सफारी की सैर में निकले, उन्हें ऐसा नजारा दिखा जैसा कि बहुत रेयर होता है। व्हाइट टाइग्रेस विंध्या तथा रघु आपस में अठखेलियां करते काफी देर तक सड़क पर खेलते रहे। जानकारों का कहना है कि आम तौर पर बाघ का स्वभाव यह होता है कि एक दूसरे के इतने करीब   मैटिंग के समय ही आते हैं किन्तु यह दोनों सफारी में काफी समय से साथ-साथ रह रहे हैं, लिहाजा एक दूसरे से इतने घुलमिल गए हैं कि जब सुबह सफारी खुलता है तो यह कुछ दूर तक अमूमन साथ में ही टहलते हैं। बाद में जंगल के भीतर पेड़ों की छाया में जाकर बैठ जाते हैं। नर बाघ रघु कुछ ज्यादा एक्टिव है। दोनों के बीच उम्र का भी काफी फासला है। गर्मी के दिनों में कभी-कभी दोनों सुबह पानी में भी इसी तरह खेलते दिख जाते हैं। यह दृश्य पर्यटकों को कभी-कभार ही देखने को मिलते हैं।
तेंदुआ और भालू भी स्वस्थ्य
दो दिन पूर्व रीवा जिले के एक गांव में कुत्तों के डर से पेड़ पर चढ़ गया तेंदुए का शावक तथा संजय गांधी अभ्यारण्य दुबरी सीधी से ले आए गए अचेत भालू को भी यहां के विशेषज्ञों ने बचा लिया। तेंदुए का शावक 6 से 8 माह का है जबकि भालू की उम्र भी साल भर से कम ही आंकी गई है। सफारी घायल वन्यजीवों के लिए वरदान साबित हो रहा है। अभी इन दोनों वन्यजीवों को अलग-अलग बाड़ों मेें रखा गया है।
चिडियाघर में आएंगे थामिन डियर के तीन जोड़े
विभिन्न प्रजातियों से भरे मुकुंदपुर चिडियाघर में अब जल्द ही थामिन डियर भी नजर आएंगे। सेन्ट्रल जू अथारिटी ऑफ नई दिल्ली ने इसके लिए अनुमति दे दी है। चिडियाघर प्रबंधन चार-पांच दिनों में थामिन डियर के तीन जोड़ों को लेने दिल्ली के लिए रवाना होगा। माना जा रहा है कि 12-13 मार्च तक मुकुंदपुर चिडिय़ाघर में 6 की संख्या में थामिन डियर पहुंच जाएंगे। गौरतलब है कि मुकुंदपुर चिडियाघर में वन्य प्राणियों की न सिर्फ संख्या बल्कि उनकी प्रजातियां भी बढ़ती जा रही हैं। मौजूदा स्थिति में चिडियाघर में वन्य प्राणियों की 11 प्रजातियां हैं। थामिन डियर के आ जाने के बाद यहां वन्य प्राणियों की कुल 12 प्रजातियां हो जाएंगी। बताया गया है कि मुकुंदपुर प्रबंधन द्वारा मध्य प्रदेश एवं अन्य प्रदेशों के चिडियाघरों से विभिन्न तरह के वन्य प्राणियों को लाने का प्रयास कर रहा है। कई चिडिय़ाघरों ने वन्य प्राणियों को देने सहमति भी दे दी है। जू अथारिटी ने फिलहाल दिल्ली के चिडियाघर से  3 मादा एवं तीन नर थामिन डियर के लाने की मंजूरी दी है। जिसे लेकर मुकुंदपुर का चिडियाघर प्रबंधन काफी उत्साहित है। चिडियाघर प्रबंधन ने थामिन डियर को रखने बाड़े पहले से ही तैयार कर रखे हैं। बताया गया है कि थामिन डियर मूल रूप से सिर्फ मणिपुर में ही पाया जाता है। थामिन डियर दरअसल दलदल वाली जमीन में चलता है और पैर उठाकर दलदल भरी जमीन में चलने से यह महसूस होता है कि वह डांस कर रहा है। जिसकी वजह से उसे डांसिंग डियर भी कहा जाता है । पानी डालकर थामिन डियर के लिए बाड़े तैयार कर लिए गए हैं।

 

Created On :   6 March 2019 7:34 AM GMT

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