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नागपुर विश्वविद्यालय में क्यों तैनात होंगे जवान ?

डिजिटल डेस्क,नागपुर। राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विद्यापीठ के छात्रावास में बाहरी छात्र डेरा डाले रहे हैं। कई कोशिशों के बाद भी इन छात्रों को यहां से नहीं निकाला जा सका। इस समस्या से निपटने के लिए अब नागपुर विश्वविद्यालय ने हॉस्टलों में महाराष्ट्र स्टेट सिक्युरिटी फोर्स के जवानों को सुरक्षा में तैनात करने का फैसला लिया है।
दरअसल नागपुर विद्यापीठ के छात्रावास में जमे इन बाहरी विद्यार्थियों को हटाने के लिए विश्वविद्यालय ने हॉस्टल में सेंट्रलाइज एडमिशन प्रणाली अपनाई, कई कोशिशे करने पर भी यह समस्या खत्म नहीं हुई। बीते दिनों औचक निरीक्षण में हॉस्टलों में कई विद्यार्थियों के वहां अवैध रूप से रहने की बात सामने आई थी।
कुलगुरु डॉ.सिद्धार्थ विनायक काणे ने हॉस्टल के वार्डन से कड़ी पूछताछ भी की थी। इसके बाद तय हुआ कि हॉस्टल के वॉर्डन के रूप में अब सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों की नियुक्ति होगी। इसी तरह हॉस्टल में सुरक्षा व्यवस्था और दुरुस्त करने के लिए विवि ने हाल ही में यहां महाराष्ट्र सिक्युरिटी सर्विसेज के जवान लगाने का फैसला लिया है। विवि पहले ही अपने महाराजबाग चौक के मुख्य प्रशासकीय परिसर में इन जवानों को तैनात कर चुका है।
क्या है नियम ?
नागपुर विश्वविद्यालय के पांच मुख्य हॉस्टलों में सबसे अधिक समस्या लोअर हॉस्टल में है। लोअर हॉस्टल की केंद्रीय प्रवेश प्रक्रिया के दौरान आंकड़ों पर नजर डालें तो यहां कुल 190 कमरे हैं। इनमें एक कमरे में दो, यानी कुल 380 विद्यार्थियों के रहने की सुविधा है। बीते शैक्षणिक सत्र की शुरुआत में हॉस्टल की प्रवेश प्रक्रिया के लिए कुलगुरु डॉ.प्रमोद येवले की अध्यक्षता में समिति गठित की गई थी। समिति ने हॉस्टल में प्रवेश के लिए कुल 334 विद्यार्थियों का चयन किया। विद्यार्थियों को एक साल के लिए 1900 रुपए शुल्क चुकाना पड़ता है।
विश्वविद्यालय कुलगुरु डॉ. सिद्धार्थ विनायक काणे का कहना है कि नागपुर विश्वविद्यालय के हॉस्टलों में जल्द ही महाराष्ट्र स्टेट सिक्युरिटी फोर्स के जवान नियुक्त किए जाएंगे। इसके बाद परीक्षा भवन और फिर हॉस्टलों में इनकी सुरक्षा सेवाएं ली जाएगी।
Created On :   24 July 2017 2:42 PM IST