गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षकों की समस्याएं प्राथमिकता से हल करेंगे

Will solve the problems of teachers on priority for quality education
गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षकों की समस्याएं प्राथमिकता से हल करेंगे
मुख्यमंत्री शिंदे ने शिक्षकों के साथ वीसी के माध्यम से साधा संवाद गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षकों की समस्याएं प्राथमिकता से हल करेंगे

डिजिटल डेस्क, अमरावती।  व्यक्ति व समाज के विकास मेंं शिक्षकों का हिस्सा मौलिक है। नवनीतम प्रयोग, प्रात्याक्षिक, अभिनव कल्पनाओं के माध्यम से शिक्षक विद्यार्थियों का जीवन बनाते रहते हैं। शिक्षा को और अधिक दर्जेदार व गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए शिक्षकों की समस्याओं को प्राथमिकता से निपटाया जाएगा। साथ ही नई शैक्षणिक नीति पर प्रभावी अमल करते हुए शालाओं का दर्जा सुधारने पर जोर दिया जाएगा। ऐसा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा। शिक्षक दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जिलाधिकारी कार्यालय में वीडिओ कॉन्फ्रसिंग द्वारा जिले के शिक्षकों से संवाद साधा। इस समय जिला परिषद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविश्यांत पंडा, अतिरिक्त जिलाधीश रामदास सिध्दभट्‌टी, शिक्षण उपसंचालक शिवलिंग पटवे, शिक्षाधिकारी (माध्यमिक) प्रफुल कचवे, शिक्षाधिकारी (प्राथमिक) प्रिया देशमुख, उप शिक्षाधिकारी बुध्दभूषण सोनवणे आदि उपस्थित थे। प्राथमिक शिक्षिका जयश्री गुल्हाने ने मुख्यमंत्री के साथ संवाद साधते हुए कहा कि रोजगार के लिए पालकों का स्थलांतरण होने से स्कूल में विद्यार्थियों की उपस्थिति नियमित नहीं रहती। उनकी पढ़ाई मेंं बाधा आती है।

पालकों के स्थलांतर काल में विद्यार्थी पढाई पर ध्यान केंद्रीत नहीं कर पाते परिणाम स्वरूप  विद्यार्थी स्कूल से दूर हो जाते है। इस समस्या पर कायम रूप से उपाय करना जरुरी रहने की बात उन्होंने कही। जिले के मेलघाट जैसे आदिवासी क्षेत्र की शालाओं मेंं शिक्षक भर्ती करते समय स्थानीय बोली भाषा के प्रशिक्षित-अप्रशिक्षित युवाओं को संधी देने का सुझाव भी उन्होंने दिया। अतुल ठाकरे ने गणित व विज्ञान विषय के शिक्षक भर्ती करने बाबत का सुझाव किया। गणित व विज्ञान विषय बाबत विद्यार्थियों में उदासिनता न रहे, पढाते समय रोचक पध्दति अपनाकर विद्यार्थियों में इन विषयों बाबत रूचि निर्माण करना आवश्यक है। उसके लिए वाचनालय, अध्यावत प्रयोगशाला, दर्जेदार शैक्षणिक साहित्य उपलब्ध कराने की मांग ठाकरे ने की। शिक्षकों द्वारा संवाद के समय उपस्थित की गई समस्याओं को हल करने बाबत प्रयासरत रहने का आश्वासन मुख्यमंत्री ने दिया। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि शालाओं के विकास के लिए विशेषकर सरकारी शालाओं के सक्षमीकरण के लिए अनेक धाेेरणात्मक निर्णय सरकार ने लिए है। पूर्व प्राथमिक शिक्षक आंतरराष्ट्रीय दर्जे का करने का प्रयास है। नई शैक्षणिक नीति में शिक्षा पर 6 प्रतिशत खर्च करने का नियोजन रहने की बात उन्होंने कही। इस समय निदा उर्दू हाईस्कूल के सुफी मजहर अली, मनीबाई गुजराती हाईस्कूल की अंजलि देव, न्यू हाईस्कूल के सहायक शिक्षक संजय रामावत, संत कंवरराम हाईस्कूल की मंजु अडवानी, मंगरुल चव्हाला, घटांग, सौदापुर, भिलखेडा, जैतादेवी स्थित जिला परिषद शाला के सहायक शिक्षक वैजनाथ इप्पर, प्रकाश लिंगोट, गणेश जामुनकर आदि इस समय उपस्थित थे।   
 

Created On :   6 Sept 2022 10:09 AM IST

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