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गलत इंजेक्शन लगाने से महिला की मौत, डॉ. पुत्र ने लगाए आरोप

डिजिटल डेस्क, नागपुर। होप अस्पताल में इलाज के दौरान एक 54 वर्षीय महिला की मौत हो गई। इसके बाद वहां भारी हंगामा हुआ। महिला के बेटे डॉ. अक्षय भीसीकर ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाया है कि नर्स ने इंजेक्शन गलत तरीके से लगाया, इस कारण उनकी मां की मृत्यु हुई है। उस नर्स की की अभी तक ट्रेनिंग भी पूरी नहीं हुई है। दूसरी तरफ, अस्पताल प्रशासन ने आरोप निराधार बताते हुए कहा कि मृतक का बेटा हमारे यहां काम करता था, शराब पीकर काम करने के कारण उसे निकाला था। इसलिए हंगामा खड़ा किया जा रहा है।
आरोप पूरी तरह गलत
मरीज के परिजन द्वारा लगाए आरोप पूरी तरह गलत हैं। मरीज का बेटा, जो डॉक्टर है, वह हमारे यहां ड्यूटी करता था। उसका रिकॉर्ड खराब था। वह शराब पीकर काम करता था, साथ में उसका दोस्त भी था, जो शराब पीकर काम करता था। उसे भी मंगलवार को हमने निकाल दिया, इसलिए हमारे ऊपर इस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। -डॉ. मुरली, निदेशक, होप अस्पताल
प्रकरण इस प्रकार है
न्यू नंदनवन निवासी डॉ. अक्षय ने बताया कि 22 सितंबर को सर्दी-खांसी और सांस लेने में तकलीफ होने पर मां को होप अस्पताल में भर्ती कराया। निमोनिया बताया गया। इलाज के बाद हालत में सुधार आने लगा। 28 सितंबर को रात तक तबीयत ठीक थी। सांस लेने में थोड़ी तकलीफ हो रही थी। इसलिए डॉक्टर ने डेरिफाइलिन इंजेक्शन देने को कहा। मैं डॉक्टर हूं, मुझे मां की पूरी स्थिति की जानकारी थी। इंजेक्शन कैसे देना है, इसकी जानकारी भी है। मैंने इंजेक्शन लाकर दिया और कुछ देर के लिए बाहर गया। इस बीच नर्स ने मां को इंजेक्शन पूरी तरह पुश कर दे दिया। डेरिफाइलिन इंजेक्शन धीरे-धीरे दिया जाता है। अचानक देने से सीधे दिल पर असर होता है। इंजेक्शन लगाए जाने के बाद मां के पास पहुंचा तो उन्होंने बताया कि छाती में जलन हो रही है और तकलीफ हो रही है। मैंने हार्टबीट पर ध्यान दिया, तो वह 120 से 150 और फिर 200 तक पहुंच गई। मैंने सिस्टर से पूछा कि इंजेक्शन कैसे दिया, तो उसने बताया कि मैंने पुश कर दिया। इसी कारण मेरी मां को कार्डियक अरेस्ट हुआ और उनकी मृत्यु हो गई। अस्पताल प्रशासन ने बिना ट्रेनिंग वाले स्टाफ को रखा है और इस मौत का भी यही कारण है।
Created On :   30 Sept 2020 11:07 AM IST