14 सौ रुपए हासिल करने के चक्कर में महिला ने गंवाए 12 लाख रुपए

Woman lost 12 lakh rupees in pursuit of getting 14 hundred rupees
14 सौ रुपए हासिल करने के चक्कर में महिला ने गंवाए 12 लाख रुपए
आनलाइन धोखाधड़ी 14 सौ रुपए हासिल करने के चक्कर में महिला ने गंवाए 12 लाख रुपए

डिजिटल डेस्क, मुंबई। आनलाइन धोखाधड़ी में गंवाए पैसे दोबारा कैसे हासिल किए  जाए इंटरनेट से इसकी खोज करना एक महिला वरिष्ठ नागरिक को काफी महंगा पड़ा है। दरअसल महिला ने पहले ऑनलाइन एक समान मंगाया था। लेकिन महिला को न तो यह समान मिला और न ही समान के बदले दिए गए 1496 रुपए वापस लौटाए गए। इससे परेशान होकर महिला ने पैसे वापस पाने के तरीके को जानने के लिए इंटरनेट पर ऑनलाइन सर्च शुरु  की। इस दौरान महिला को एक वेब पेज पर खुद को स्टेट बैंक का अधिकारी होने का दावा करनेवाले एक व्यक्ति का संपर्क नंबर मिला।

महिला ने इस नंबर पर संपर्क  किया। जहां इस व्यक्ति ने महिला की मदद करने के नाम पर उसकी बैंक से जुड़ी जानकारी हासिल कर ली। इसके साथी ही खुद को बैंक का अधिकारी बतानेवाले व्यक्ति ने महिला को अपने मोबाइल फोन पर एनी डेस्क एप से जुड़ने को कहा। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान बैंककर्मी होने का दावा करनेवाले व्यक्ति ने महिला के बैंकिग एप की जानकारी  हासिल  कर ली। इसके बाद उस व्यक्ति ने महिला के खाते से नौ ट्रांजक्सन के  जरिए 12 लाख रुपए निकाल लिए। इस तरह 14 सौ रुपए के चक्कर में महिला ने अपने 12 लाख रुपए गंवा दिए।

 पैसे निकलने  पर महिला ने जब आपत्ति जताई तो खुद को बैंक का अधिकारी बतानेवाले व्यक्ति ने कहा कि यह पैसे वापस प्राप्त करने की प्रक्रिया का हिस्सा है। इस पूरी प्रक्रिया  के पूरा  होने के बाद महिला  को उसके  पैसे  वापस मिल जाएगे। किंतु कुछ देर बाद बैंक से जुड़े होने का दावा करनेवाले व्यक्ति ने महिला से संपर्क तोड़ लिया। तब महिला को ठगी  का एहसास  हुआ और उसने वर्सोवा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर महिला की शिकायत को आगे की जांच के  लिए पश्चिम क्षेत्र के सायबर पुलिस स्टेशन को स्थनांतरित कर दिया। 

मामले की छानबीन से जुड़े पुलिस अधिकारी के मुताबिक प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इस धोखाधड़ी के पीछे बिहार के ठग हो सकते है। क्योंकि इस मामले में बैंकिंग ट्रांजक्सन के  लिए बिहार के खाते का इस्तेमाल किया गया है।   वहीं सायबर विंग  कि पुलिस उपायुक्त रश्मि कंरदिकर ने  कहा कि हम लगातार नागरिकों से और विशेष रुप से वरिष्ठ नागरिकों से अपील कर रहे है कि वे गूगल सर्च से मिलनेवाली ऑनलाइन जानकारी पर भरोसा न करे।  लोग सिर्फ प्रधिकृत वेबसाइट में उपलब्ध  जानकारी पर ही विश्वास करे। क्योंकि धोखेबाज लोग अपने संपर्क नवंबर ऑनलाइन डालकर रखते है। लोगों को इनसे बचने की जरुर है। 

Created On :   18 Dec 2021 7:49 PM IST

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