जीता नागपुरियंस का दिल, एक झलक पाने बेताब रहे फैंस

Won the hearts of Nagpurians, fans are desperate to get a glimpse
जीता नागपुरियंस का दिल, एक झलक पाने बेताब रहे फैंस
कैसे हो मामू कहकर संजय दत्त ने जीता नागपुरियंस का दिल, एक झलक पाने बेताब रहे फैंस

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ऑरेंज कुर्ता और सफेद धोती में मुन्नाभाई ने अपने दमदार अंदाज से "कैसे हो मामू" से संबोधित कर नागपुरियंस का दिल जीत लिया। बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त की एक छवि देखने को हर कोई आतुर नजर आया। इसके पश्चात पार्श्वगायक सुखविंदर सिंह ने संजय दत्त को "जादू की झप्पी" दी।  सुखविंदर सिंह ने "छैय्या-छैय्या" गाने से दर्शकों में जोश भर दिया।  केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी की संकल्पना पर आधारित खासदार सांस्कृतिक महोत्सव का  ईश्वर देशमुख शारीरिक शिक्षण महाविद्यालय ग्राउंड में रंगारंग शुभारंभ हुआ, जिसका उद्घाटन अभिनेता संजय दत्त ने किया।

कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी, आयोजन समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, सांसद कृपाल तुमाने, पूर्व सांसद दत्ता मेघे, विजय दर्डा समेत अनेक गणमान्य उपस्थित थे। इस अवसर पर विधान परिषद चुनाव में विजयी चंद्रशेखर बावनकुले व अकोला के वसंत खंडेलवाल का सम्मान किया गया। छोटी बच्ची साची अरमरकर ने संजय दत्त को उनका पोर्टेट भेंट किया। प्रस्तावना प्रा. अनिल सोले ने रखी। संचालन बालासाहेब कुलकर्णी ने किया। 

महोत्सव संस्कारित करने वाला  
श्री गडकरी ने महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना के कारण पिछले दो वर्ष बहुत ही कठिन थे। लोगों ने अपनो को भी खोया है।  कोरोना से बचने के लिए नियमों का अभी भी कड़ाई से पालन करना है। साहित्य, संस्कृति, कला, इतिहास ये सभी समाज की ताकत हैं, तो विज्ञान, प्रौद्योगिकी समाज की शक्ति हैं। समाज को आगे ले जाने में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के साथ ही साहित्य, संस्कृति को भूलना नहीं है।

कलाकारों का सम्मान हो, नई पीढ़ी में संस्कार पहंुचे, इसलिए खासदार महोत्सव का शुभारंभ किया गया।  गडकरी ने विश्वास जताया कि खासदार सांस्कृतिक महोत्सव न केवल लोगों को प्रेरणा देगा, बल्कि भावी पीढ़ी को संस्कार देगा। यह महोत्सव  नागपुर तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि तहसील स्तर तक होना चाहिए। संजय दत्त के पिता सुनील दत्त और उनकी  दोस्ती का जिक्र करते हुए कहा कि संजय दत्त को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने अपनी इंसानियत नहीं छोड़ी। सुनील दत्त और नर्गिस दत्त का फिल्म जगत में बहुत बड़ा योगदान है। 

सुखविंदर के गीतों पर गूंजीं तालियां
रॉकिंग अंदाज और दमदार आवाज में जैसे ही पार्श्वगायक सुखविंदर सिंह ने गाने की शुरुआत की, पूरा ग्राउंड तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। उन्होंने होले-होले, छैय्या-छैय्या, तू रमता जोगी, कावा-कावा  आदि गीतों की प्रस्तुति से दर्शकों का दिल जीत लिया। 

मुन्नाभाई’ का तीसरा पार्ट बनना चाहिए
अभिनेता संजय दत्त ने कहा कि अपने पिता के बाद नितीन गडकरी जी जैसा दूसरा नेता देखा है, जिन्होंने देश, जनता और विकास के लिए काम किया। नितीन जी मेरे बड़े भाई हैं, उनके लिए मेरी जान भी हाजिर है। संजय दत्त ने कहा, मुन्नाभाई के तीसरे पार्ट को लेकर कई बार राजू हीरानी से बात की. चूंकि वो नागपुर के हैं, इसलिए नागपुरियंस को राजू हीरानी को मुन्नाभाई का तीसरा पार्ट बनाने के लिए कहना चाहिए। उन्होंने येरवडा जेल के अनुभव को साझा करते हुए कहा कि जेल के हवलदारों ने उन्हें मराठी सिखाने की बहुत कोशिश की, लेकिन मैं नहीं सीख पाया। हम अभिनेता हैं, केवल डायलॉग बोल सकते हैं, भाषण नहीं दे सकते हैं। अंत में उन्होंने कहा कि संजू की फिल्म की दो बातें याद रखें, जिसमें  माता-पिता और बड़ों का सम्मान जरूर करें। 


  

Created On :   18 Dec 2021 6:14 PM IST

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