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सीवर लाइन : साल भर में 15 प्रतिशत हुआ कार्य-जनता हो रही हलााकान

डिजिटल डेस्क कटनी । शहर को गंदे नालों से मुक्ति दिलाने अमृत योजना के तहत सीवर लाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है। 96.50 करोड़ की यह योजना प्रारंभिक दौर में ही लोगों के लिए सुविधा कम परेशानी अधिक बन गई है। दो साल में पूर्ण होने वाली इस योजना में एक साल से अधिक समय बीतने के बाद मात्र 15 प्रतिशत ही
कार्य हो पाया है। जबकि फरवरी 2019 तक सम्पूर्ण कार्य पूरा करना है। उसमें भी जहां-तहां सड़कें खोद कर रख दी गई हैं। कहीं पाइप लाइन डैमेज हो रही हैं तो कहीं चिकनी सपाट सड़कें ऊबड़-खाबड़ हो गई हैं। जिनमें लोगों का चलना दूभर हो गया है। यदि यही हाल रहा तो बरसात में पूरा शहर नर्क बन जाएगा। नगर निगम की जल कार्य समिति ने भी सीवर लाइन के कार्य में लापरवाही की ओर नगर निगम प्रशासन एवं ठेका एजेंसी का ध्यान आकृष्ट कराया
है।
हवा में उड़ाए समिति के निर्देश
जल कार्य समिति की 17 जनवरी 2018 को हुई बैठक में ठेका एजेंसी एवं पीडीएमसी के फील्ड इंजीनियरों को समिति के सदस्यों द्वारा बताई गई कमियों को दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे। ठेका एजेंसी एवं पीडीएमसी के प्रतिनिधियों ने जल कार्य समिति के निर्देशों को हवा में उड़ा दिया। एक माह से अधिक समय बीतने के बाद भी हालात जस के तस हैं। न तो सड़कों की फिलिंग की गई और न ही पाइप लाइनों के गड्ढे पूर्ववत भरे गए।
सदस्यों ने गिनाई लापरवाहियां-
जल कार्य समिति के सदस्य एवं नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष मिथलेश जैन ने प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन, महापौर एवं निगमायुक्त को पत्र लिखकर सीवर लाइन में हो रही लापरवाही गिनाई थीं। पत्र में आरोपित किया है कि ठेका एजेंसी द्वारा निविदा शर्तों का पालन नहीं किया जा रहा है। डामर रोड, सीमेंट कांक्रीट एवं डब्ल्यूबीएम सड़कों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। जिससे पूरे शहर की सड़कें तहस-नहस हो गई हैं। पत्र में यह भी आरोप लगाया है कि सीवर लाइन में मानक स्तर के पाइपों का उपयोग नहीं कर घटिया पाइप लगाए जा रहे हैं। उन्होने पाइपों के नमूने लेकर प्रयोगशाला में जांच कराने की मांग की है।
इस कार्य के लिए नियुक्त पीडीएमसी के फील्ड समिति ने यह दिए निर्देश
जल कार्य समिति ने सीवर लाइन की ठेका एजेंसी को निर्देश दिए कि वार्डां में कार्य करने के पूर्व पार्षदों को सम्पूर्ण कार्य की जानकारी दी जाए। सीवर लाइन एवं पाइप लाइन बिछाने के कार्य में पाइप टूटने, आवागमन में होने वाली परेशानियों का तत्काल समाधान किया जाए। ठेकदार एवं पीडीएमसी के प्रतिनिधि स्थल पर उपस्थित रहकर कार्य कराएं। यदि कोई घटना होती है तो ठेकेदारों को दोषी मानते हुए कार्यवाही की जाएगी।
इनका कहना है
जल कार्य समिति की बैठक में हुए निर्णयों का पालन करने के निर्देश ठेकदार एवं पीडीएमसी के प्रतिनिधियों को दिए गए हैं। बैठक में वे भी उपस्थित थे। इस कार्य की मॉनीटरिंग एवं गुणवत्ता के लिए शासन ने स्वतंत्र इंजीनियर नियुक्त किए हैं। लोगों से मिलने वाली शिकायतों से उन्हे अवगत करा दिया जाता है।
सुधीर मिश्रा सहायक यंत्री एवं प्रभारी सीवर लाइन
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Created On :   29 March 2018 1:41 PM IST