उद्धव बोले- लॉकडाउन का मतलब लॉकअप नहीं, मजदूर चिंता न करें, महाराष्ट्र में ही रहें

Workers need not worry stay in Maharashtra Uddhav Thackeray
उद्धव बोले- लॉकडाउन का मतलब लॉकअप नहीं, मजदूर चिंता न करें, महाराष्ट्र में ही रहें
उद्धव बोले- लॉकडाउन का मतलब लॉकअप नहीं, मजदूर चिंता न करें, महाराष्ट्र में ही रहें

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बांद्रा स्टेशन की घटना पर मुख्यमंत्री ने उद्धव ठाकरे ने मंगलवार शाम को सोशल मीडिया के माध्यम से प्रदेश वासियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार प्रवासी मजदूरों का ख्याल रख रही है। हमें आप लोगों को घर में लॉक (बंद) करके खुशी नहीं हो रही है। कोई नहीं चाहता है कि आपके मर्जी के खिलाफ आप घर में पड़े रहें। लॉकडाउन का मतलब लॉकअप नहीं है। जिस दिन लॉकडाउन खुलेगा उस दिन आप लोगों को गांव में भेजने के लिए राज्य और केंद्र दोनों सरकार प्रबंध करेगी।

ठाकरे ने कहा कि प्रवासी मजदूरों को लगा था कि 14 अप्रैल के बाद ट्रेनें शुरू हो जाएंगी, इसलिए मुंबई के उपनगर बांद्रा (पश्चिम) के बस डिपो के पास मजदूरों की भीड़ जुट गई। किसी ने शिगूफा छोड़ा होगा कि ट्रेन शुरू होने वाली हैं, इसलिए मजदूर भारी संख्या में इकट्ठा हो गए, लेकिन मैं मजदूरों से कहना चाहता हूं कि आप लोगों को अपने गांव जाने की कोई आवश्यकता नहीं है, कोरोना वायरस एक संकट है। इस चुनौती का मुकाबला हम सब मिलकर करेंगे। आप लोग महाराष्ट्र में हैं। सभी लोग सुरक्षित हैं, चिंता करने की जरूरत नहीं है।

इस पर न हो राजनीति
मुख्यमंत्री ने कहा कि मजदूरों की भीड़ जुटने पर कोई राजनीति न करे। अगर मजदूरों की भावनाओं से खेल कर कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोई कोशिश करेगा तो वह राज्य के कानून से नहीं छुटेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई आग लगाने का काम न करे। आग लगाने वाले लोग बहुत हैं लेकिन मैं आग को फैलने नहीं दुंगा। इस बीच मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में शर्तों के साथ उद्योग और कारखानों को शुरू करने के लिए 20 अप्रैल के बाद फैसला किया जाएगा।

इस बारे में उपमुख्यमंत्री अजित पवार की अध्यक्षता वाली राज्य मंत्रिमंडल की उपसमिति अध्ययन कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने राज्य भर के अस्पतालों को  कोविड और गैर कोविड अस्पतालों के रूप में विभाजीत करने का फैसला किया है। सरकार ने विशेषज्ञ डॉक्टरों का टॉस्क फोर्स तैयार किया है। यह टीम कोरोना वायरस के मरीजों की जांच के लिए मदद करेगी।

मुंबई, नागपुर व पुणे पर ज्यादा ध्यान
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई, पुणे और नागपुर में मरीज ज्यादा हैं। इसलिए इन शहरों पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आदिवासी और सुदूर इलाकों में बारिश में होने वाली समस्याओं से निपटने के लिए अभी से सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए गए हैं। केंद्र सरकार की ओर से राशन कार्ड धारकों को मुफ्त में चावल दिया जा रहा है, लेकिन राज्य सरकार ने तुअर दाल भी उपलब्ध कराने की मांग की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन की अवधि बढ़ाकर 3 मई कर दिया है। इसके लिए मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं।

Created On :   14 April 2020 4:17 PM GMT

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