नया दौर है नई उमंगे.... भंडारा जिले में  बैलों की जगह हुआ ट्रैक्टर का  पूजन, लगा टैक्टरों का पोला

Worship of a tractor instead of oxen on the pola festival in maharashtra
नया दौर है नई उमंगे.... भंडारा जिले में  बैलों की जगह हुआ ट्रैक्टर का  पूजन, लगा टैक्टरों का पोला
नया दौर है नई उमंगे.... भंडारा जिले में  बैलों की जगह हुआ ट्रैक्टर का  पूजन, लगा टैक्टरों का पोला

डिजिटल डेस्क, भंडारा। समय के साथ-साथ आधुनिक तकनीक हमारे जीवन का अहम हिस्सा बनती जा रही हैं, ऐसे में किसान भी भला पीछे क्यों रहें। उन्होंने भी पारंपारिक संसाधनों को छोड़ खेती में बैलों की बजाय ट्रैक्टरों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है जिस कारण भंडारा जिले में  बैलों के साथ ही ट्रैक्टर पूजन किया गया।   सदियों से किसानों का साथ देने वाले बैलों की जगह अब टै्रक्टर लेने लगे है। लेकिन उन्नत तकनीक  के इस दौर में टै्रक्टरों ने बैलों का स्थान ले लिया है। टैक्टर के माध्यम से न केवल कृषि कार्य आसान हुए है बल्कि समय की भी बचत हुई है। ऐसे में किसान मित्र के लिए बने त्यौहार पोले में किसानों ने अपने मित्र   टै्रक्टरों का पोला लगाया। जवाहनरगर अंचल के ठाणा, पवनी तहसील के सेलारी, मोहाड़ी तहसील के खुशारी में टै्रक्टरों को कतार में खड़ा कर पोले के मौके पर पूजन किया गया।

कृषि पर निर्भर इस जिले में पोला का महत्व अधिक है। वर्षों से किसान बुआई से लेकर फसलों की चुराई तक सारा मेहनत का कार्य बैलों के सहारे ही किया करते थे। इसलिए बैलों का भरण पोषण किसान अपने बच्चों की तरह करते थे। बदलते दौर में कृषि कार्य के तौर तरीके बदले। अब वह सभी कार्य जो बैल किया करते थे, ट्रैक्टर के माध्यम से होने लगे। कृषि क्षेत्र में तकनीक इस कदर हावी होने लगी है कि यंत्रों के बिना किसानों के कार्य असंभव नजर आते हैं।ट्रैक्टर का उपयोग कर किसान अपनी उपज और आय दोनों बढ़ाने लगे हैं। किसानों ने इसे अपने जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा मान लिया है।

यही कारण है कि पोले पर जिस तरह बैलों की पूजा की जाती है, भोग चढ़ाया जाता है किसानों ने उसी तरह टै्रक्टरों की भी पूजा की और भोग लगाया। जवाहरनगर के ठाणा में गत वर्ष भी  पोले पर ट्रैक्टरों की पूजा हुई थी। इसी तरह मोहाड़ी तहसील के खुशारी में भी ट्रैक्टरों का पोला लगा। पवनी तहसील के सेलारी गांव में हनुमान मंदिर में लगे ट्रैक्टरों  के पोले में स्वयंम विधायक रामचंद्र अवसरे, पूर्व विधायक नरेंद्र भोंडेकर, नगर विकास आघाड़ी के अध्यक्ष विलास काटेखाये, मत्स्य संस्था के प्रकाश पचारे ने किसानों के साथ मिलकर टै्रक्टर का पूजन किया। पोले की परंपरा के साथ तकनीक जोडऩे की सुंदर कोशिश के रूप में इसे देखा जा रहा है। 

Created On :   10 Sept 2018 12:54 PM IST

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