जिप शाला के विद्यार्थी "परिपाठ एप' से ले रहे सामान्य ज्ञान

Zip school students taking general knowledge from Paripath App
जिप शाला के विद्यार्थी "परिपाठ एप' से ले रहे सामान्य ज्ञान
शिक्षा पर जोर जिप शाला के विद्यार्थी "परिपाठ एप' से ले रहे सामान्य ज्ञान

डिजिटल डेस्क,  नागपुर। आज के दौर में सूचना प्रौद्योगिकी ज्ञान आवश्यक हो गया है। कोरोनाकाल में ऑनलाइन सेवा अधिक महत्व प्राप्त हुआ है। लॉकडाउन के दौरान वर्क फ्रॉम होम का चलन बढ़ गया। शिक्षा पद्धति में बदलाव होकर ऑनलाइन पढ़ाई को अपनाया गया। ऑनलाइन शिक्षा पद्धति को आसान बनाने के लिए शिक्षकों ने पहल की। शालेय पाठ्यक्रम पर आधारित वीडियो बनाकर यू-ट्यूब पर अपलोड किए गए। स्कूलों में पढ़ना-पढ़ाना बंद था, उस दौर में विद्यार्थियों के ज्ञानार्जन में यू-ट्यूब के वीडियो ने अहम भूमिका निभाई। जिला परिषद के एक शिक्षक ने उसी की तर्ज पर विद्यार्थियों का ज्ञान बढ़ाने के उद्देश्य से "परिपाठ एप" तैयार किया। इस एप के माध्यम से विद्यार्थियों को सामान्य ज्ञान और अन्य महत्वपूर्ण विषयों के पाठ पढ़ाए जा रहे हैं।

बच्चों के ज्ञान बढ़ाने की पहल
जिले के 17 स्कूलों का भारतरत्न डॉ. बाबासाहब आंबेडकर आदर्श स्कूल के रूप में चयन किया गया है। इन्हीं में से एक उमरेड तहसील के शेडेश्वर जिला परिषद स्कूल में कार्यरत स्नातक शिक्षक गुरुदास दिघोरे ने विद्यार्थियों के हित में "परिपाठ" मोबाइल एप विकसित किया है। स्पर्धा के दौर में जिला परिषद स्कूलों के विद्यार्थी पीछे न रह जाएं, इस उद्देश्य से उन्होंने पहल की है। उनका मानना है कि, विद्यार्थियों को स्कूल में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलनी चाहिए, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा। नामचीन स्कूलों के विद्यार्थियों की बराबरी करने पाठ्यपुस्तकों के अतिरिक्त सामान्य ज्ञान, कथा, सामाजिक ज्ञान व भारतीय संविधान पर आधारित मार्गदर्शन करने मोबाइल एप विकसित किया है। कोरोनाकाल में स्कूल बंद थे, उस समय इस एप की लिंक विद्यार्थियों के पालकों को भेजी गई। विद्यार्थियों ने एप पालकों के मोबाइल में डाउनलोड कर सामान्य ज्ञान का अध्ययन किया। उसी के साथ एप में संविधान पर आधारित जानकारी, सामाजिक ज्ञान व कथा आदि का विद्यार्थियों ने अध्ययन किया और कर रहे हैं।

50 से अधिक स्कूलों को लिंक उपलब्ध
शिक्षक दिघोने ने बताया कि शेडेश्वर जिला परिषद स्कूल में 143 विद्यार्थी हैं। उनमें से आधे से ज्यादा विद्यार्थी एप के माध्यम से घर पर नियमित पढ़ाई कर रहे हैं। स्कूल में िवद्यार्थियों के प्रस्तुतिकरण से यह साफ हो रहा है। विद्यार्थियों का प्रतिसाद तथा उनके ज्ञान में वृद्धि के सकारात्मक परिणाम सामने आने पर तहसील के 50 से अधिक स्कूलों को लिंक उपलब्ध कराई गई है। सैकड़ों विद्यार्थी इस एप का लाभ लेकर अपने ज्ञान में वृद्धि कर रहे हैं। यह जानकार बेहद खुशी हो रही है। कक्षा 6वीं का मराठी का कविता संग्रह, दैनिक पाठ्यक्रम, नाविन्यपूर्ण विज्ञान केंद्र भाग एक से चार, पाठ्यपुस्तकों का पीडीएफ संग्रह आदि अनेक ज्ञान सामग्री तैयार किए जाने की उन्होंने जानकारी दी।

एप में यह भी : शालेय विद्यार्थियों के लिए उपयोगी राष्ट्रगीत, प्रतिज्ञा, संविधान, सुविचार, दिन-विशेष, प्रार्थना, कथा, विविध भाषा के समाचार-पत्र, शालेय परिपाठ, साधे और सरल भाषा में भाषणों का समावेश है। स्पर्धा के युग में विद्यार्थियों का सामान्य ज्ञान बढ़ाने राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय प्रश्नों पर आधारित जानकारी दी गई है।
 

Created On :   26 Dec 2022 12:10 PM IST

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