रहे सावधान: डेंगू फैलाने वाले मच्छरों का बढ़ा आतंक, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट

डेंगू फैलाने वाले मच्छरों का बढ़ा आतंक, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट
  • सरकारी आंकड़ों में 26 केस आए सामने
  • निजी अस्पतालों में 200 के पार हुई मरीजों की संख्या
  • डेंगू और चिकनगुनिया के लगातार बढ़ रहे पेशेंट

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा में बारिश के इन दिनों में डेंगू और चिकनगुनिया फैलाने वाले मच्छरों का आतंक बना हुआ है। जगह-जगह जमे बारिश के पानी में मच्छरों के लार्वा पनपते है। इन दिनों डेंगू और चिकनगुनिया के पेशेंट भी लगातार बढ़ रहे है। सरकारी आंकड़ों में अभी तक डेंगू के 26 केस है। वहीं निजी अस्पतालों में डेंगू पेशेंट के आंकड़ें दो सौ से पार हो चुके है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। लोगों को डेंगू के लक्षण व बचाव और लार्वा नष्टीकरण के उपाए बताए जा रहे है।

सीएमएचओ डॉ.एनके शास्त्री ने डेंगू वायरस एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिकट्स मच्छर के काटने से फैलता है। डेंगू बुखार डेन नामक वायरस से होता है। डेंगू मच्छर के काटने के तीन से पांच दिन बाद मरीज को डेंगू के लक्षण दिखाई देते है। एडीज मच्छर कंटेनर, ओवरहेड टैंक, सिंटेक्स टैंक, सीमेंट टैंक, फूलदान, मनीप्लांट पात्र आदि में जमा साफ पानी में पनपते है। एडीज मच्छर दिन में काटता है और एक दिन में सात से नौ लोगों को संक्रमित कर सकता है। एडीज मच्छर साफ पानी के स्त्रोत के किनारे पर अंडे देते है। अंडे चिपचिपे होते है जो शुष्क अवस्था में डेढ़ साल तक जीवित रह सकते है। इन मच्छरों की उड़ान चार सौ मीटर तक होती है।

डेंगू के लक्षण

डेंगू के सामान्य लक्षण- सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, तेज बुखार, शरीर में चकते या रेशेम, भूख में कमी।

डेंगू के गंभीर लक्षण- नाक मसुड़े से खून आना, उल्टी व मल से खून आना, पेट दर्द, पेशाब कम होना और प्लेटलेट्स ४० हजार से कम होना।

डेंगू की जांच- जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में एलाइजा की निशुल्क जांच होती है।

डेंगू का इलाज- डेंगू का कोई विशिष्ट एंटी वायरल इलाज व टीका उपलब्ध नहीं है। चिकित्सक की सलाह से ही बुखार कम करने दवाओं का सेवन नहीं करना चाहिए।

मच्छर से बचाव के उपाएं

- हमेशा मच्छरदानी लगाकर सोएं।

- शाम के वक्त दरवाजे, खिड़कियां बंद रखें।

- शाम के समय मास्किटो क्वाइल, नीम पत्तियों का धुआं करना चाहिए।

- पूरी आस्तिन और शरीर ढंकने वाले कपड़े पहनना चाहिए।

मच्छर के प्रजनन स्थल को नष्ट करने के उपाएं...

- खुले कंटेरनरों की हर तीन दिन में सफाई करें।

- घर और आसपास पानी के टांको को ढंक कर रखें।

- जहां पानी खाली करना संभव नहीं है, उनमें प्रति 100 लीटर पानी में 30 एमएल पेट्रोल/मिट्टी का तेल/मीठा तेल डालना चाहिए।

- घर के आसपास 100 मीटर के दायरे में घांस, झाडिय़ां न रहने दें।

- पानी के बड़े गढ्ढों में गंबूसिया मछली डालना चाहिए।

- हैंडपंप के आसपास पानी न जमा होने दें।

Created On :   4 July 2024 9:56 AM IST

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